दर्पण न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 01 अप्रैलः अंडर 19 महिला वर्ल्ड कप जीतने के बाद बेटी के घर आने की खुशी में घर के दरवाजे पर पौने घंटे तक मां आरती की थाल लिए अपनी लाडली की एक झलक पाने का इंतजार करती दिखाई दीं। लाडो की तीन महीने बाद पहली झलक देख मां प्रवीन की आंखों के आंसू ठहर न सके। बेटी जैसे घर के दरवाजे पर खड़ी हुई मां ने उसे गले से लगा लिया। आरती के समय उन्होंने बेटी के सिर पर हाथ फेरते हुए उसे उसकी पसंद के लड्डू खिलाए।
मां को इस प्रकार भावुक देख बेटी की आंखें भर आई और मां को गले से लगाकर अपने इंतजार की घड़ी खत्म होने का अहसास दिलाया। घर के दरवाजे पर स्वागत के समय मां के समक्ष खड़ी छोटी बहन नैंसी ने बड़ी बहन को गले से लगाया। बेटी को घर के दरवाजे पर खड़ा देख पिता संजीव वर्मा भावुक हो गए और कहा कि देखो आगी म्हारी शेरनी....यह नजारा हरियाणा के रोहतक के घनपुरी ईलाके में शनिवार को अंडर महिला वर्ल्ड कप विजेता टीम की कप्तान शैफाली वर्मा के निवास स्थान पर वर्ल्ड कप जीतने के तीन महीने बाद उनके घर पहुंचने पर देखने को मिला।
बड़ी बहन की टी-शर्ट पहन इंतजार करती दिखी छोटी बहन नैंसी, कहा मेरा भी दीदी की तरह होगा स्वागत

वर्ल्ड कप जीतने के बाद घर लौटने पर शैफाली के स्वागत में पूरा परिवार बेसब्री से इंतजार करता दिखाई दिया। ढाेल-नगाड़ों के साथ छोटी बहन नैंसी उनकी टी-शर्ट पहने गली में शैफाली का इंतजार करती दिखाई दी। नैंसी अपनी बड़ी बहन को आदर्श मानते हुए उनकी तरह भविष्य में एक सफल खिलाड़ी बनना चाहती हैं। वह अक्सर उनसे क्रिकेट की टिप्स लेती हैं। नैंसी ने कहा कि मुझे दीदी की तरह विश्वकप जीतना है और मां मेरी दीदी की तरह आरती के साथ स्वागत करें। विशेष बातचीत में उन्होंने अपने इस अनुभव को साझा किया। स्वागत के दौरान मां को आरती करते देख नैंसी ने भी भविष्य में इसी प्रकार स्वागत की इच्छा जाहिर की जिसपर शैफाली ने उसे गले से लगाया।
शैफाली वर्मा के स्वागत में खुशी का इजहार करते परिवार के सदस्य
पिता की आंखों में दिख रहा था गर्व
बेटी को इतनी कम उम्र में इस ऊंचाई पर देखने के बाद पिता संजीव वर्मा की आंखों में गर्व का भाव साफ देखा जा सकता था। बेटी शैफाली के घर पहुंचने पर वह भावुक और गौरवांवित महसूस कर रहे थे। उन्होंने शैफाली को देखते ही कहा कि आगी म्हारी शेरनी... बेटी शैफाली की इस उपलब्धि से वह बेहद खुश नजर आए। उन्होंने अपनी इस खुशी को अपने परिवार व अन्य सगे- संबंधी लोगों से साझा की। उन्होंने शैफाली को गले लगाते हुए उसे भविष्य में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने का आशीर्वाद दिया।

शैफाली वर्मा के साथ सेल्फी लेती युवती।
टीम का मनोबल बनाए रखा, कप्तानी को खुद पर नहीं होने दिया हावी
अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद घर पहुंचने पर शैफाली काफी खुश नजर आई। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार व कोच को दिया। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि उन्होंने कप्तानी को खुद पर हावी नहीं होने दिया। मैच के दौरान हर स्थिति को सहज रूप से समझा और अपनी टीम का मनोबल बढ़ाया, जिससे टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया। शैफाली ने कहा कि वह भविष्य में और मेहनत करेंगी। उन्होंने कहा कि सीनियर विश्वकप के दौरान जो खामियां रही वह उनसे सीखकर भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने का पूरा प्रयास करेंगी।
पत्रकारों से वार्ता करती शैफाली वर्मा
महिला प्रीमियर लीग से खिलाड़ियों को मिलेंगे सुनहरे अवसर
शैफाली ने कहा कि बीसीसीआई की ओर से पहली बार महिला प्रीमियर लीग की शुरूआत की गई है, इससे महिला खिलाड़ियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि महिला प्रीमियर लीग से मध्यम परिवार से आने वाले खिलाड़ियों को आर्थिक मदद मिलेगी और क्रिकेट जगत में आगे बढ़ने के कई सुनहरे अवसर मिलेंगे। शैफाली ने बताया कि ऐसी ही प्रीमियर लीग से वह इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं।