पहली बार पकड़े जाने पर दो हजार, दुसरी बार पकड़े जाने पर पांच हजार और तीसरी बार पकड़े जाने पर सात हजार जुर्माना लगाया जाएगा
संदीप सिंह बावा, सिटी दर्पण
जीरकपुर, 17 अक्तूबरः जीरकपुर नगर परिषद ने सड़क पर आवारा पशुओं को छोड़ने वालों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। सड़क पर आवारा पशुओं को छोड़ने वाले लोगों से अब नगर परिषद जीरकपुर द्वारा जुर्माना वसूल किया जाएगा।
पहली बार पकड़े जाने पर दो हजार, दुसरी बार पकड़े जाने पर पांच हजार और तीसरी बार पकड़े जाने पर सात हजार जुर्माना लगाया जाएगा और फिर भी कोई नहीं मानता है तो उसके पशु को पकड़ कर गौशाला में छोड़ दिया जाएगा। अब से पहले इन पशुओं को छुड़ाने के लिए मालिकों पर मामूली जुर्माना लगाया जाता रहा है, लेकिन अब नगर परिषद जीरकपुर द्वारा सख्ती बढ़ा दी गई है। और जीरकपुर के 31 वार्डों में इसको लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर आवारा पशु घूमते दिख रहे है। जिस पर रोक लगाने का प्रयास शुरू किया गया है। जीरकपुर के आसपास के गाँवो में रहने वाले पशुपालक अपने पशुओं को चरने के लिए सड़क पर छोड़ देते है। जोकि शहर में दिन भर घूम-घूम कर जगह-जगह ग्रीन बेल्ट व पार्क में उगी घास को भोजन के रूप में इस्तेमाल करते है। दूसरा कारण पशु पालकों द्वारा पशुओं और भैसों को तब तक पाला जाता है, जब तक वह दूध देते है। दूध देने वाले पशु गंभीर बीमारी से ग्रसित होने या दूध देना बंद कर देने पर उन्हें सड़को छोड़ दिया जाता है।
आवारा पशुओं से निपटने के लिए नहीं है पर्याप्त संसाधन
जीरकपुर में आवारा पशुओं की सबसे गंभीर समस्या है। इससे निपटने के लिए जीरकपुर नगर परिषद के पास पर्याप्त संसाधन की कमी है। पिछले एक महीने की बात की जाए तो नगर परिषद की टीम केवल 50 आवारा गाय ही पकड़ सकी है। जबकि शहर की सड़कों पर हजारो आवारा गायों का जमावड़ा है जो की जीरकपुर के अलग-अलग क्षेत्र में देखी जा सकती हैं। नगर परिषद के पास आवारा गाय को पकड़ने के लिए तजुर्बेकार लोगो की कमी है साथ ही उन्हें पकड़ने के लिए एक मात्र वाहन है जिसमें गाय को पकड़ कर लाया जाता है। इसके लिए संबंधित विभाग द्वारा 10 नए लोगों और एक गाड़ी का एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है जिसे आगामी नगर परिषद की मीटिंग में रखा जाएगा।
जीरकपुर में एक भी सरकारी गौशाला नहीं है जो कि शहर में आवारा पशुओं की
समस्या के बड़ा कारण है।नगर परिषद की टीम को सड़क से गाय पकड़ने के बाद उसे छोड़ने के लिए लालडू स्थित सरकारी गौशाला में जाना पड़ता है। जो कि पैसे और समय दोनों की बर्बादी है। नगर परिषद के पास आवारा पशु पकड़ने के लिए एक ही गाड़ी है और उसमे भी 3-4 से ज्यादा पशु नहीं आ सकते।
क्या कहना है रवनीत सिंह, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद जीरकपुर का
इस संबंध में बात करने पर जीरकपुर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी रवनीत सिंह ने बताया कि शहर की सड़को पर आवारा पशुओं की समस्या पर लगातर काम किया जा रहा है। देखने में आया है कि शहर की सड़कों पर पालतू पशु भी घुमते है। अब ऐसे पशुओं को पकड़कर उसके मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माना पहले भी लगता था लेकिन अब बार-बार पकड़े जाने पर जुर्माने की राशि भी बढ़ जाएगी और पशु को छोड़ा नहीं जाएगा।