सिटी दर्पण न्यूज़, चंडीगढ़,15 जूनःकार सवार तीन बदमाशों ने मंगलवार सुबह साढ़े चार बजे मनीमाजरा के रेलवे फाटक से दसवीं के एक छात्र को अगवा कर लिया। वारदात उस समय हुई जब छात्र साइकिल पर सैर के लिए निकला था। वारदात के बाद अपहरणकर्ताओं ने छात्र के मोबाइल से परिजनों को वारदात की सूचना देकर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। परिजनों ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। बिना समय गंवाए पुलिस ने छह टीमें गठित कर उन्हें अपहरणकर्ताओं के पीछे लगा दिया। उधर, बदमाश छात्र को करीब चार घंटे तक पंचकूला व चंडीगढ़ में घुमाते रहे। इस बीच बदमाशों को भनक लग गई कि पुलिस उनके पीछे पड़ी है। उसके बाद बदमाश छात्र को पंचकूला सेक्टर 15 में छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की सफेद ब्रेजा कार की तलाश में जुट गई है। सूत्रों का दावा है कि पुलिस ने आरोपियों का सुराग लगा लिया है।
पुलिस के मुताबिक, 15 वर्षीय पीड़ित छात्र किशनगढ़ में परिवार के साथ रहता है। मंगलवार सुबह करीब चार बजे वह रोजाना की तरह अपने दो दोस्तों के साथ साइक्लिंग के लिए घर से निकला था। करीब आधे घंटे बाद जब तीनों मनीमाजरा रेलवे फाटक के पास पहुंचे तो सफेद रंग की एक ब्रेजा कार ने उन्हें रोक लिया। कार सवार बदमाशों ने दसवीं के छात्र को जबरन गाड़ी में बैठाया और उसके दोस्तों के मोबाइल फोन छीन लिए। इसके बाद दोनों दोस्तों ने राहगीर की मदद से इसकी सूचना पुलिस और अपने परिजनों को दी।
सूचना मिलते ही एसएसपी कुलदीप सिंह चहल, एसपी केतन बंसल, डीएसपी गुरमुख सिंह, मनीमाजरा थाना प्रभारी नीरज सरना मौके पर पहुंचकर दोनों दोस्तों का बयान दर्ज किया और अपहरणकर्ताओं की धरपकड़ के लिए मनीमाजरा और पंचकूला की सीमाओं पर नाका बंदी कर दी।
पहले मांगे 65 लाख, बाद में 50 में हुआ सौदा तय
अपहरण के 25 मिनट बाद बदमाशों ने छात्र के मोबाइल फोन से उसकी बड़ी बहन को फोन कर कहा कि उसका भाई उनके कब्जे में है। यदि उसे सही सलामत चाहती हो तो 65 लाख रुपये लेकर हाउसिंग बोर्ड चौराहे पर आ जाओ। वरना मार देंगे। परिजनों ने कहा कि इतने पैसे नहीं हैं। कुछ देर मोल भाव किया तो बात 50 लाख में तय हो गई। उसके बाद अपहरणकर्ताओं ने कहा कि उसके भाई के मोबाइल में पैसे नहीं हैं, पहले उसका फोन रिचार्ज करवाओ और पैसे लेकर दड़वा पहुंचो। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने फोन कर कहा कि पैसे लेकर दड़वा नहीं बलटाना आना। जब परिजन बलटाना पहुंचने के लिए राजी हो गए तो उनसे कहा कि अब वहां नहीं सेक्टर-21 पंचकूला फ्लाईओवर पर पहुंच जाओ। जब वहां पहुंचे तो अपहरणकर्ताओं ने छात्र के पिता के मोबाइल पर मैसेज भेजा कि आपके बच्चे को सेक्टर 15 छोड़ दिया है।
पुलिस सक्रिय न होती तो अपराधी अपने मंसूबों पर कामयाब हो जाती
अपहरण के बाद दोस्तों ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया। पुलिस ने भी सूचना को गंभीरता से लिया और आला अधिकारियों को सूचित किया। एसपी सिटी केतन बंसल के नेतृत्व में डीएसपी गुरमुख सिंह ने मनीमाजरा थाना प्रभारी नीरज सरना के साथ छह टीमें छात्र के मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों के पीछे लग र्गइं। एक टीम छात्र के परिजनों के साथ सिविल ड्रेस में थी। इस दौरान उन्हें आभास हो गया कि उनके पीछे पुलिस लगी हुई है। पुलिस से घिरता देख आरोपी छात्र को पंचकूला के सेक्टर-15 स्थित पेट्रोल पंप में छोड़कर फरार हो गए।
इसलिए फ्लाईओवर पर बुलाया था परिजनों को
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अपहरणकर्ताओं के साथ कुछ लोग और भी होंगे, जो परिजनों की गतिविधियों पर नजर रख रहे होंगे। उनका यह भी दावा कि अपहरणकर्ताओं ने परिजनों से सेक्टर-21 पंचकूला फ्लाईओवर पर इसलिए बुलाया, ताकि दूर तक नजर रखी जा सके। पुलिस यह भी अंदेशा जता रही है कि आरोपी पैसे के बैग को फ्लाईओवर से नीचे फिंकवाना चाहते हों। इस बीच उन्हें पता लग गया कि पुलिस उनके पीछे है।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। कई टीमें अलग-अलग पहलुओं पर जांच कर रही हैं। कुछ सुराग मिले हैं। जल्द ही इस बारे में खुलासा भी कर देंगे।
-गुरमुख सिंह, डीएसपी ईस्ट, चंडीगढ़ पुलिस