सिटी दर्पण न्यूज़, चंडीगढ़,24 जूनः यूटी प्रशासक के नए सलाहकार धर्मपाल चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन का पद भी संभालेंगे। इसके साथ ही वह चीफ विजिलेंस अधिकारी की जिम्मेदारी भी निभाएंगे। चर्चा है कि नए सलाहकार अपने पास कुछ अन्य महत्वपूर्ण विभाग भी रख सकते हैं। हालांकि, अभी तक सलाहकार ने इन दोनों विभागों को ही अपने पास रखा है।
1988 बैच के आईएएस धर्मपाल ने बुधवार को चंडीगढ़ प्रशासन में अपना कार्यभार संभाला है। पहले दिन उन्होंने प्रशासन के विभिन्न विभागों के साथ बैठक की और चंडीगढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। पद संभालने के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि वरिष्ठ अधिकारियों के कुछ विभागों में बदलाव होंगे, हालांकि ऐसा नहीं हुआ। नए सलाहकार ने अपने पास सीएचबी के चेयरमैन और चीफ विजिलेंस अधिकारी का पदभार रखा है। पूर्व सलाहकार मनोज परिदा ने भी अपने पास यही दोनों विभाग रखे थे। हालांकि, पहले सीएचबी के चेयरमैन का पदभार वित्त सचिव एके सिन्हा के पास था। उनके तबादले के बाद मनोज परिदा ने यह जिम्मेदारी खुद संभाल ली थी। सलाहकार धर्मपाल ने कहा है कि वह अगले कुछ दिन तक चंडीगढ़ प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे और विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि वह करीब एक हफ्ते तक चंडीगढ़ में ही रहेंगे। इसके बाद दिल्ली में कुछ बैठकें रखी गई हैं, जिनमें शामिल होने के लिए जाएंगे। आने वाले कुछ दिनों में सलाहकार धर्मपाल मीडिया के साथ एक बैठक भी कर सकते हैं।
सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय नहीं हैं सलाहकार
सलाहकार धर्मपाल सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय नहीं हैं। उनका ट्विटर पर कोई अकाउंट नहीं है। फेसबुक पर उन्होंने पेज बनाया हुआ है, लेकिन वह उसका इस्तेमाल कम ही करते हैं। धर्मपाल ने बताया कि समय की कमी की वजह से वह सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल नहीं कर पाते। सिर्फ फेसबुक पर पेज है, लेकिन उस पर भी काम से संबंधित कुछ पोस्ट नहीं करते हैं। धर्मपाल ने कहा कि पूर्व सलाहकार मनोज परिदा ने उन्हें चंडीगढ़ के बारे में काफी जानकारी दी है। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में भी बताया है। इनमें बिजली विभाग का निजीकरण, ट्रिब्यून फ्लाईओवर, आगामी नगर निगम चुनाव समेत कई मुद्दे हैं। आने वाले दिनों में इन सभी पर अलग से बैठक की जाएगी। गौरतलब है कि नए सलाहकार धर्मपाल ने बुधवार को करीब 40 मिनट तक मनोज परिदा के साथ बातचीत कर उनका अनुभव जाना था। हालांकि, इन सब पर उन्होंने कहा कि अभी वह मामलों को अच्छे से समझेंगे, इसके बाद ही कुछ फैसला लेंगे।