सिटी दर्पण न्यूज़, चंडीगढ़, 3 मईःनगर निगम के खाते में रुपये नहीं हैं। इस कारण कर्मचारियों को सोमवार तक अप्रैल का वेतन नहीं मिला है। वहीं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी पेंशन नहीं दी जा सकी है। इसे लेकर कर्मचारियों में काफी गुस्सा है।
अधिकारियों के अनुसार प्रशासन की ओर से निगम को ग्रांट की किश्त शुक्रवार को जारी की गई थी, जो अभी तक निगम के खाते में नहीं आई है। हालांकि अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मंगलवार को सभी को वेतन और पेंशन मिल जाएगी।
इंटक के सीनियर उपाध्यक्ष एवं रिटायर्ड जेई हरजिंदर सिंह का कहना है कि हरियाणा और पंजाब के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को माह के अंतिम दिन ही पेंशन मिल जाती है, लेकिन नगर निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को हर माह देरी से पेंशन मिलती है। यह कोरोना का समय है। ऐसे में वेतन और पेंशन माह के पहले दिन ही मिल जानी चाहिए क्योंकि इस समय हर व्यक्ति को अपना घर खर्च चलाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।
जानकारी के अनुसार इस समय नगर निगम में 9 हजार स्थायी और अस्थायी कर्मचारी कार्यरत हैं। इस मामले में मेयर रविकांत शर्मा ने कहा कि प्रशासन से 125 करोड़ रुपये आ गए हैं और जल्द ही वह खाते में क्रेडिट हो जाएंगे।