सिटी दर्पण न्यूज़, चंडीगढ़, 3 मईःचंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) ने पहले फेज में शहर के 4 सेक्टरों में 109 आवासीय संपत्तियों को बेचने के लिए टेंडर जारी किया था, जिसमें से 36 संपत्तियों को बेचने में सफल रहा। इससे बोर्ड को कुल आरक्षित मूल्य 26.58 करोड़ के मुकाबले 29.41 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
सीएचबी अब तक ई-नीलामी के जरिए आवासीय व व्यावसायिक संपत्तियों की नीलामी करता था, लेकिन इस बार बेहतर प्रस्तावों और गोपनीयता को बरकरार रखने के लिए ई-टेंडरिंग का सहारा लिया। ई-टेंडर में सेक्टर-63, सेक्टर-51, सेक्टर-38वेस्ट और सेक्टर-49 की संपत्ति को बेचने के लिए रखा गया था। इसमें सेक्टर-63 का थ्री बेडरूम फ्लैट सबसे अधिक आरक्षित मूल्य 86 लाख के मुकाबले 1.05 करोड़ रुपये में बेचने में सफल रहा। इसी तरह दूसरे नंबर पर भी सेक्टर-63 के ही थ्री बेडरूम फ्लैट के लिए 1.02 करोड़ की बोली आई। बोर्ड ने 30 अप्रैल को तकनीकी बोली खोली थी, जिसमें 36 संपत्तियों के लिए 105 बोली आई थी। इनमें से जिनके सभी दस्तावेज पूरे थे, उनकी सोमवार को वित्तीय बोली खोली गई। इस संबंध में बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार उन्हें ई-टेंडरिंग में अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, क्योंकि पिछली बार एक भी व्यक्ति ने रुचि नहीं दिखाई थी।
सभी संपत्तियों के औसतन 10 फीसदी अधिक लगी बोली
सीएचबी की सभी संपत्तियों के लिए औसतन 10 प्रतिशत से अधिक बोली लगी है, क्योंकि बोर्ड ने 10 प्रतिशत तक ही संपत्तियों का आरक्षित मूल्य भी कम किया था। बोर्ड सबसे अधिक सेक्टर-51 में 17 फ्लैट्स बेचने में सफल रहा। इसके अलावा सेक्टर-63 में 16, सेक्टर-49 में 2 और सेक्टर-38वेस्ट में एक फ्लैट बेचने में सफल रहा है। इस दौरान 12 संपत्तियों के लिए एक-एक बोली आई। 8 संपत्तियों के लिए दो-दो बोली, दो संपत्तियों के लिए आठ-आठ बोली और एक संपत्ति के लिए 12 लोगों ने बोली लगाई थी। सबसे अधिक बोली लगाने वाले को 24 घंटे के बजाय 5 दिन में बोली राशि का 25 प्रतिशत जमा करवाने की अनुमति दी गई है। हालांकि, बोर्ड ने अब उसके लिए 10 मई तक की तारीख निर्धारित कर दी है। अगर बोलीदाता तय समय के अंदर राशि का भुगतान नहीं करता है तो बोर्ड की तरफ से ईएमडी जब्त कर ली जाएगी और बोलीदाता को सीएचबी की किसी भी संपत्ति के लिए बोली लगाने से ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।