सिटी दर्पण ब्युरो, चंडीगढ़, 13 सितंबर: PGI चंडीगढ़ में अब रोजाना 5,000 मरीज पहुंच रहे हैं, जोकि कोविड महामारी से पहले आने वाले मरीजों का 50% है। कोविड-19 महामारी से पहले लगभग 10,000 मरीज इलाज और OPD सर्विसेस के लिए रोजाना PGI का दौरा करते थे। शहर में पहला कोविड-19 मामला सामने आने के एक दिन बाद 19 मार्च को OPDको पूरी तरह से बंद कर दिया गया। PGI ने तब टेली कंसल्टेशन सर्विसेस पर फोकस किया।
अब तक, मरीजों और डॉक्टरों के बीच टेली कंसल्टेशन संपर्क का प्रारंभिक बिंदु बना हुआ है। टेली कंसल्टेशन के माध्यम से सबसे पहले मरीजों का मूल्यांकन किया जाता है। इसके बाद जरूरत होने पर ही मरीजों को अपॉइंटमेंट के माध्यम से OPD में बुलाया जाता है। जिन मरीजों के पास टेली कंसल्टेशन सर्विस तक की पहुंच नहीं है, वे भी PGI आते हैं और उन्हें डॉक्टर्स OPD में देखते हैं। हाल ही में, PGI ने कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए प्रति विभाग 30 मरीजों की लिमिट के साथ आउटडोर मरीजों के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट्स को फिर से शुरू किया। इस सुविधा तक PGI की वेबसाइट से पहुंचा जा सकता है।
OPD प्रशासन के हेड डॉ नवीन पांडे ने कहा कि PGI जिन 5,000 मरीजों का इलाज कर रहा है। मरीजों के साथ उनके परिजन भी हैं। PGI में अभी भी 8,000 लोगों की भीड़ है। मरीजों पर किए गए सीरोलॉजिकल सर्वे से पता चलता है कि अभी कम्यूनिटी में पॉजिटिविटी रेट कम है। उन्होंने बताया कि टेली कंसल्टेशन और फिजिकल OPD के जरिए भी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। डॉक्टर ओवर टाइम लगाकर काम कर रहे हैं क्योंकि टेली कंसल्टेशन में दोगुना समय लगता है।
OPD में जल्द बढ़ाएंगे मरीजों की संख्याः प्रो. जगत राम
वहीं PGI के निदेशक प्रो. जगत राम ने कहा कि हम रोजाना 5,000 से अधिक मरीजों को टेली कंसल्टेशन और फिजिकल OPD के माध्यम से देख रहे हैं। मरीजों की संख्या के मामले में धीरे-धीरे कोविड से पहले वाली की ओर आ रहे हैं। मरीजों के लिए फिजिकल कंसल्टेशन बेहद महत्वपूर्ण है। आने वाले दिनों में हम OPD में फिजिकल रूप से आने वाले मरीजों की सीमा 30 से बढ़ाकर 50 कर देंगे।