सिटी दर्पण ब्युरो, पंजाब , 13 अक्तूबर: पंजाब चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं लेकिन यहां मौजूद सियासी बवाल खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। पहले कृषि कानूनों का विरोध और फिर कांग्रेस सरकार में छिड़े घमासान के बाद अब पंजाब में एक नए मुद्दे पर सियासत गर्मा गई है। दरअसल, बुधवार को केंद्र गृह मंत्रालय ने तीन राज्यों में सीमा सुरक्षा बल का क्षेत्राधिकार बढ़ाया है, जिनमें से एक पंजाब भी है। राज्य में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीट से बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया है, यानी सीमा से भारतीय क्षेत्र के अंदर बीएसएफ 50 किलोमीटर के दायरे में तलाशी अभियान, गिरफ्तारी और जब्ती कर सकती है, वह भी बिना किसी ऑर्डर को पास करवाए। इस नए आदेश पर कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने जहां सीएम चन्नी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है तो वहीं, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह इसके समर्थन में आ गए हैं।
कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने चन्नी से कर दिया सवाल
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने एक बार फिर से ट्विटर पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेता और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से सवाल किया है कि क्या उन्होंने अनजाने में आधा पंजाब केंद्र को सौंप दिया है। जाखड़ ने कहा है कि अब पंजाब के 50000 वर्ग किलोमीटर के इलाके में से करीब 25000 वर्ग किलोमीटर बीएसएफ के दायरे में होगा। पंजाब पुलिस सिर्फ खड़ी रहेगी।
सीएम चरणजीत ने बताया केंद्र का एकतरफा फैसला
पार्टी में ही विरोध का सामना कर रहे सीएम चन्नी ने भी ट्वीट कर केंद्र के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं भारत सरकार के एकतरफा फैसले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ-साथ चलने वाले 50 किलोमीटर के दायरे में बीएसएफ को अतिरिक्त शक्तियां देने का फैसला किया गया है। यह संघवाद पर सीधा हमला है।' सीएम चन्नी ने गृह मंत्री अमित शाह से मांग की है कि इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाए।
डिप्टी सीएम रंधावा बोले- लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे
पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस पर कहा, टहम इस फैसले की निंदा करते हैं। यह संघीय ढांचे का उल्लंघन है और पंजाब में भय का माहौल पैदा करेगा। लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।' जाखड़ के ट्वीट को लेकर रंधावा ने कहा कि मैं और जाखड़ साहब सीमावर्ती इलाकों से आते हैं। उन्हें ऐसा ट्वीट नहीं करना चाहिए था।
कैप्टन ने केंद्र के फैसले का किया स्वागत
वहीं, पंजाब के पूर्व सीएम और कांग्रेस ने नाराज चल रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस फैसले का स्वागत किया है। कैप्टन ने कहा, 'कश्मीर में हमारे जवान मारे जा रहे हैं। हम देख रहे हैं कि अधिक से अधिक हथियार और नशीले पदार्थ पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा पंजाब भेजे जा रहे हैं। बीएसएफ की बढ़ी उपस्थिति और शक्तियां ही हमें और मजबूत करेंगी। केंद्रीय सशस्त्र बलों को राजनीति में न घसीटें।
'क्या है नए आदेश में?
बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाते हुए अब अधिकारियों को गिरफ्तारी, तलाशी और जब्ती की शक्तियां भी दे दी गई हैं। ये अधिकार बीएसएफ को भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के 50 किलोमीटर के दायरे में दिया गया है। आसान शब्दों में अब मैजिस्ट्रेट के आदेश और वॉरंट के बिना भी बीएसएफ इस अधिकार क्षेत्र के अंदर गिरफ्तारी और तलाशी कर सकती है। पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में पहले 15 किलोमीटर के दायरे में सर्च और अरेस्ट करने का अधिकार था, जिसे अब बढ़ाकर 50 किलोमीटर तक कर दिया गया है।