सिटी दर्पण ब्युरो, चंडीगढ़, 19 अक्तूबर: जिस युवक के सिर पर सेहरा सजना था, डेंगू के कारण उसकी अर्थी उठ गई। 24 साल का विशाल यमुनानगर के जगाधरी सढौरा का निवासी था। पीजीआई में उसका इलाज चल रहा था। अचानक टूटे गम के पहाड़ से परिवार ही नहीं, दोस्त और रिश्तेदार भी सदमे में हैं।
विशाल एक निजी कंपनी में नौकरी करता था और रामगढ़ में कमरा लेकर अकेला रहता था। उसने अपनी और छोटी बहन की शादी के लिए 10 दिन की छुट्टी ले रखी थी। वह शादी की तैयारियों में जुटा था। बहन की शादी का जोड़ा और अपने लिए शेरवानी पसंद कर रखी थी। आठ अक्तूबर को उसे अचानक तेज बुखार आ गया। 9 अक्तूबर को डेंगू की पुष्टि हो गई। घरवाले परेशान न हों, इसलिए उसने उन्हें सूचना नहीं दी। विशाल के दोस्त ही उसकी देखभाल में जुटे थे। उसे लगातार कमजोरी हो रही थी। 13 अक्तूबर की रात कमजोरी के कारण वह बाथरूम में गिर गया। उसके सिर में गंभीर चोट आई। निजी अस्पताल में 16 अक्तूबर तक इलाज चला। 17 अक्तूबर को विशाल को पीजीआई रेफर किया गया, यहां 19 अक्तूबर को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।
छोटी बहन की डोली उठाने का था सपना
परिजनों ने बताया कि विशाल ने अपनी शादी से एक दिन पहले छोटी बहन की शादी की तारीख तय की थी। उसका सपना था कि पहले छोटी बहन की डोली को कांधा देगा, इसके बाद ही खुद सेहरा सजाएगा। लेकिन होनी को यह मंजूर नहीं था। भाई की असमय मौत से बहन का भी रोरोकर बुरा हाल है। भाई की बीमारी के कारण उसकी शादी भी टाल दी गई थी।
क्या कहते हैं अधिकारी
डेंगू के कारण कोरोना से भी गंभीर स्थिति हो गई है। डोनर प्लेटलेट्स दे देकर ब्लीडिंग करने लगे हैं। मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है। यह चिंता का सबसे बड़ा कारण है। -राकेश कुमार संगर, प्रधान श्री शिव कांवड़ महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट