सिटी दर्पण न्यूज़, चंडीगढ़, 8 मईः रेहड़ी-फड़ी वालों की मनमानी की शिकायत के बाद मंडी कमेटी के प्रशासनिक अधिकारी हरजीत सिंह संधू ने प्रतिदिन फल व सब्जियों के दाम जारी करने के निर्देश दिए हैं। यह सूची फुटकर सब्जी व फल विक्रेताओं को जारी की जाएगी ताकि लोगों को सब्जियों व फलों के प्रतिदिन के दाम की जानकारी मिल सके।
पिछले साल लॉकडाउन के समय अपनी मंडी व डे मार्केट बंद कर दी गई थी। उस समय निगम ने रेहड़ी-फड़ी वालों की पर्ची काटकर उन्हें सब्जी व फल बेचने की अनुमति दी थी। वहीं बसों से जिन सेक्टरों में सब्जी व फल भेजे जाते थे, वहां उनके दामों की सूची भी जारी की जाती थी। इसके बाद स्थिति सामान्य होने पर अपनी मंडी व डे मार्केट फिर से खोली गई। मंडी कमेटी ने फल व सब्जी की सूची जारी करना भी कम कर दिया। अब फिर से ऊंचे दामों पर सब्जी फल बेचने की शिकायत पर प्रशासनिक अधिकारी ने दाम की सूची जारी करने को कहा है।
नारियल का भाव जानने सुबह 4 बजे मंडी पहुंचे एसडीएम
नारियल के भाव 120 रुपये बेचने की शिकायत मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी हरजीत संधू शनिवार सुबह 4 बजे मंडी में पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने ट्रकों से उतरने वाले नारियल का दाम पूछा और उनकी पर्ची पर लिखे दाम को भी चेक किया। प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि आढ़तियों को 80 रुपए में नारियल मिल रहा है, क्योंकि मांग ज्यादा है और आवक कम। इसके लिए भी प्रतिदिन दाम निर्धारित किए जाएंगे।
मंडी में पसरा सन्नाटा, आढ़तियों का माल खराब
शनिवार को सुबह पांच बजे से ही मंडी में पुलिस की सख्ती शुरू हो गई। इस दौरान मंडी में सन्नाटा छाया रहा। आढ़तियों ने खराब सब्जी व फलों को मंडी में ही फेंक दिया। ज्यादातर आढ़तियों के टमाटर खराब हो गए। आढ़ती कस्तूरी लाल शर्मा ने बताया कि टमाटर पॉलीथिन में बंद होता है। फुटकर विक्रेता मंडी में आ नहीं रहा। इसलिए माल भी नहीं बेच पा रहे हैं। अगर फुटकर विक्रेताओं को कहीं जगह दे दी जाए तो हम लोगों का नुकसान भी नहीं होगा।
आढ़तियों की जगह पर बैठे फुटकर विक्रेता, पुलिस के इधर-उधर होते ही बेचते हैं सब्जियां
मंडी में बेशक सख्ती रही हो, लेकिन आढ़तियों के स्थान पर टीनशेड में फुटकर विक्रेताओं ने भी अपना सामान रखा हुआ है। जैसे ही पुलिसकर्मी इधर-उधर होते हैं विक्रेता लोगों को सब्जी देने लगते हैं। इस दौरान मंडी के शेड में कई लोग फुटकर सब्जी खरीदते भी देखे गए।
मैंने मंडी महासचिव को आदेश जारी कर दिए हैं कि प्रतिदिन सब्जी व फल के दामों की सूची जारी की जाए। नारियल के लिए हम दक्षिण भारत के कुछ बड़े माल विक्रेताओं से बात कर रहे हैं ताकि इसके दाम में कमी लाई जा सके।
-हरजीत सिंह संधू, प्रशासनिक अधिकारी, मंडी कमेटी