सिटी दर्पण ब्युरो, हरियाणा, 22 नवंबर: हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि सम्मेलनों के आयोजन से हम सभी सीखते हैं और बागवानी में सुधार के लिए विभिन्न देशों द्वारा अपनाए गए अनुभवों का आदान-प्रदान करते हैं। कृषि मंत्री सोमवार को पंचकूला में भारत-इसराइल सम्मेलन के तीसरे दिन बागवानी से जुड़े इसरायली प्रतिनिधिमंडल और वैज्ञानिकों को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा कृषि के अलावा मछली पालन में इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीकों को अपनाने के लिए सभी देशों का स्वागत कर रहा है। उन्होंने किसानों को कुछ क्षेत्रों में भूमिगत जल की कमी को पूरा करने के लिए बागवानी और कम पानी की खपत वाली फसलों को अपनाने का आग्रह किया।
मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि अब उत्कृष्टता ग्राम कार्यक्रम के तहत राज्य के चिन्हित गांवों को बागवानी की आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे प्रदेश के किसानों को और लाभ होगा।
इस कदम से किसान बागवानी की नई तकनीकों को अपनाने की और बढ़ेंगे व अपनी आय के स्रोत भी बढ़ा सकेंगे। अब तक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से हरियाणा राज्य के भीतर 11 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार ने बागवानी में आधुनिक रणनीतियों को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2021 के भीतर पूरे राज्य के गांवों में 64 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरियाणा बागवानी विभाग के महानिदेशक डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने कहा कि इस तरह के सम्मेलन के आयोजन से नई तकनीक का आदान-प्रदान किया जा सकता है। देश के किसान नई तकनीकों को अपनाकर बागवानी के क्षेत्र में नई ऊंचाईयां हासिल कर सकते हैं।