- Space Radio Signals: ब्रह्मांड में रहस्यमय ऑब्जेक्ट से प्रत्येक 18 मिनट पर आ रहे रहस्यमय रेडियो सिग्नल, डरे वैज्ञानिक
वॉशिंगटन: धरती से 4000 प्रकाशवर्ष की दूरी पर अंतरिक्ष में स्थित एक रहस्यमय ऑब्जेक्ट से रेडियो सिग्नल आ रहे हैं। ये रेडियो सिग्नल प्रत्येक 18 मिनट पर आ रहे हैं जिससे वैज्ञानिक हैरान हैं। ये ऐसे रेडियो सिग्नल हैं जिसे अब तक वैज्ञानिकों ने कभी नहीं देखा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह न्यूट्रान स्टार हो सकता है या फिर एक सफेद तारे का अवशेष हो सकता है जिसका चुंबकीय क्षेत्र बहुत ज्यादा शक्तिशाली है या फिर इससे कुछ पूरी तरह से अलग चीज हो सकती है।
इस स्पेस ऑब्जेक्ट को सबसे पहले साल 2018 में मार्च महीने में देखा गया था। यह प्रत्येक एक घंटे में एक बार रेडियो सिग्नल छोड़ रहा है। जब यह रेडियो सिग्नल छोड़ता है, उस समय यह धरती से आसानी से देखे जाने वाला सबसे चमकीला रेडियो तरंग हो जाता है। यह एक तरह से खगोलीय लाइट हाउस की तरह से दिखाई देता है। वैज्ञानिकों की जांच में पता चला है कि यह बड़ी मात्रा में ऊर्जा को छोड़ रहा है।
धरती के बेहद पास है यह डरावना स्पेस ऑब्जेक्ट
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक डॉक्टर नताशा हर्ले वाल्कर के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के दल ने इस बेहद रहस्ययम ऑब्जेक्ट की खोज की है। उनकी टीम ब्रह्मांड में मौजूद रेडियो तरंगों का नक्शा बना रही थी, इसी दौरान उन्हें इस रहस्यमय ऑब्जेक्ट मिला। डॉक्टर नताशा ने कहा, ' हमारी निगरानी के दौरान यह ऑब्जेक्ट कभी सामने आता है और फिर गायब हो जाता है। यह पूरी तरह से अनपेक्षित है। एक खगोलविद के लिए बहुत डरावना है क्योंकि अंतरिक्ष में ऐसा कुछ नहीं देखा गया था।'
डॉक्टर नताशा ने कहा, 'यह हमारी धरती के बेहद पास है जो मात्र 4000 प्रकाशवर्ष दूर है। यह हमारी आकाशगंगा के ठीक पीछे है। उन्होंने कहा कि यह 'अल्ट्रा लांग पीरियड मैगनेटर' से मेल खाता है। उन्होंने कहा कि किसी ने इसकी सीधे तौर पर खोज की अपेक्षा की थी क्योंकि हमें इस बात का अनुमान नहीं था कि यह इतना ज्यादा चमकीला होगा। यह ऑब्जेक्ट बहुत प्रभावी तरीके से चुंबकीय ऊर्जा को रेडियो तरंगों में बदल रहा है जो पहले किसी और ऑब्जेक्ट में नहीं देखा गया था। यह शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
- Brunei Royal Wedding: दुनिया के दूसरे सबसे अमीर सुल्तान की बेटी की भव्य शादी, तस्वीरें देख आप भी कहेंगे 'वाह'
दुबई: ब्रुनेई के सुल्तान (Sultan Of Brunei) हसनल बोल्किया (Hassanal Bolkiah) की बेटी राजकुमारी फादजीला लुबाबुल बोल्किया शादी (Sultan Of Brunei Daughter Wedding) के बंधन में बंध गई हैं। उनका राजशाही वैवाहिक कार्यक्रम एक-दो दिन नहीं बल्कि पूरे सात दिनों तक जारी रहा। दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शासक होने के कारण सुल्तान हसनल बोल्किया की बेटी की शादी काफी भव्य तरीके से आयोजित की गई थी। शादी के दौरान ब्रुनेई के इस शाही जोड़े ने एक से बढ़कर एक ड्रेस भी पहनी, जिसमें से कुछ तो हाथी दांत से बनाए गए थे।
7 दिनों तक चला शादी का शाही समारोह
राजकुमारी फादजीला ब्रुनेई के प्रिंस मतीन की बड़ी बहन हैं। उन्हें 'स्पोर्टी प्रिंसेस' के नाम से भी जाना जाता है। राजकुमारी फादजीला ब्रुनेई की राष्ट्रीय नेटबॉल टीम की कप्तान हैं। उन्होंने ब्रिटेन के किंग्स्टन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल स्टडीज में ग्रेजुएशन और हल्ट इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की है। राजकुमारी ने 16 जनवरी से शुरू हुए 7-दिवसीय शाही समारोह में अवांग अब्दुल्ला नबील महमूद अल-हाशिम से शादी की।
ब्रुनेई के शाही महल में आयोजित की गई शादी
यह शादी ब्रुनेई के राजा के महल इस्ताना नुरुल ईमान में आयोजित की गई थी। इस्ताना नुरुल ईमान दुनिया के सबसे बड़े शाही महलों में से एक है। इस महल में कुल 1700 से अधिक कमरे हैं। इसी महल में ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्किया का आधिकारिक निवास भी है। ब्रुनेई के राजकुमारी की शादी का ऐलान पिछले साल दिसंबर में किया गया था। ब्रुनेई के शाही परिवार ने इस शादी को पूरे शानों-शौकत और इस्लामिक रीति-रिवाजों से किया।
राजकुमारी के ड्रेस की हो रही चर्चा
हफ्ते भर चली इस शादी के दौरान राजकुमारी फादजीला कई अलग-अलग ड्रेसेज में नजर आईं। इसमें सबसे खास हाथी दांत से बनी ड्रेस रही। ज्वैलरी वेबसाइट टियारा मेनिया के मुताबिक, राजकुमारी ने अपनी ड्रेस को एक लंबे घूंघट और एक बेहतरीन डायमंड टियारा के साथ पेयर किया। राजकुमारी के साथ एक तस्वीर में वांग अब्दुल्ला नबील महमूद अल-हाशिम हाथ में बिल्ली लिए भी नजर आए।
सुल्तान की दूसरी बीबी की बेटी हैं प्रिंसेज फादजीला
राजकुमारी फादजीला सुल्तान हसनल बोल्किया की दूसरी पत्नी हजाह मरियम की बेटी हैं। 2003 में तलाक से पहले इस दंपति के चार बच्चे थे, जिनमें प्रिंस मतीन भी शामिल थे। प्रिंस मतीन ने अपनी बहन की शादी पर शुभकामनाएं देते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा कि नवविवाहितों को बधाई, मैं आप दोनों के लिए बहुत खुश हूं। मेरी खूबसूरत बहन को बड़ा प्यार। प्रिंस मतीन को ब्रुनेई में काफी पसंद किया जाता है।
- दुनिया के सबसे युवा अरबपति ने 6 की उम्र में खरीदा बंगला और पास में हैं ढेरों सुपरकार
लंदन: आइये दुनिया के सबसे छोटी उम्र के अरबपति से मिलते हैं. ये हैं नौ साल के मोम्फा जूनियर, जिनके पास महंगी सुपर कारों का पूरा बेड़ा है, हालांकि उनके पैर गेयर और ब्रेक तक नहीं पहुचते हैं. उन्होंने सिर्फ 6 साल की उम्र में हवेली खरीद ली थी.
सबसे कम उम्र के अरबपति मोम्फा जूनियर बेहद शानदार जिंदगी जीते हैं. वह निजी जेट से दुनिया की यात्रा करते हैं. दुबई में उनके विशाल लक्ज़री घरों में से एक के बाहर पीले रंग की फेरारी सहित अधिक आकर्षक कारें खड़ी देखी जा सकती हैं.
हर तस्वीर में दिखती है लग्जरी लाइफ
मोम्फा जूनियर का असली नाम मोहम्मद अवल मुस्तफा है और वह इंस्टाग्राम पर अपने 25,000 फालोअर्स को अपनी चमकदार जीवनशैली दिखाते हैं. इनमें से एक फोटो में वह Bentley Flying Spur कार के बोनट पर बैठे दिखते हैं. मोम्फा जूनियर के मुताबिक उनके पिता ने उनके लिए अपनी पहली कार खरीदी थी. दूसरी तस्वीर में वह वह एक लाल लेम्बोर्गिनी एवेंटाडोर के सामने सिर से पैर तक डिजाइनर कपड़े पहने हुए हैं. उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया: "मुझे जन्मदिन मुबारक हो."
कौन हैं मोहम्मद अवल मुस्तफा
मोहम्मद अरबपति नाइजीरियाई इंटरनेट सेलिब्रिटी इस्माइलिया मुस्तफा के बेटे हैं, जिन्हें मोम्फा नाम से जाना जाता है. मोम्फा सीनियर की जिंदगी जीने का तरीका अपने बेटे जितना ही महंगा है. वह अपने फालतू खर्च और ए-लिस्टर जीवन शैली के लिए जाने जाते हैं. वह लागोस और यूएई में अपने घरों के बीच घूमते रहते हैं और एक मिलियन से अधिक इंस्टाग्राम फॉलोअर्स के साथ तस्वीरें साझा करते हैं. इंस्टा की तस्वीरों में वह बैंकनोटों के डिब्बे पकड़े हुए, सात सितारा होटलों में ठहरे हुए और हाइपरकार में गाड़ी चलाते हुए नजर आते हैं.
कहा जाता है कि मोम्फा ने निवेश में जाने से पहले लागोस में एक ब्यूरो डी चेंज बिजनेस से अपनी किस्मत चमकाई थी. लेकिन अब वह 10 मिलियन पाउंड से अधिक के लॉन्ड्रिंग के आरोप में आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं. इस महीने की शुरुआत में, एक अदालत ने नाइजीरिया की भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी के दावों पर सुनवाई की कि मोम्फा ने अपनी संपत्ति को लक्जरी घड़ियों और अन्य "चल संपत्ति" में छुपाया था. स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें हिरासत में भेज दिया गया, और फिर 350,000 पाउंट की जमानत पर रिहा कर दिया गया.
- क्या आपको पता है ब्रह्मांड में एलियन की दुनिया कितनी है? नासा ने खोज निकाला
क्या आपको पता है ब्रह्मांड में एलियन की दुनिया/ग्रह कितनी है? अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने इसका जवाब खोज लिया है. पिछले चार साल नासा और उससे जुड़े वैज्ञानिकों दिन-रात एक करके यह पता लगाया है कि हमारे ब्रह्मांड में कम से कम 5 हजार एलियन दुनिया हैं. इस काम में नासा की मदद की ट्रांसिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) ने. असल में ये एलियन दुनिया या ग्रह जो हैं वो एक्सोप्लैनेट्स (Exoplanets) हैं. यानी हमारे सौर मंडल या आकाशगंगा से बाहर के ग्रह.
TESS ने जब 5000 एलियन दुनिया को खोज लिया तो उसे नाम दिया गया TESS ऑबजेक्ट्स ऑफ इंट्रेस्ट (TOI). यानी वो बाहरी ग्रह जिनसे किसी न किसी तरह के सिग्नल मिल रहे हैं. अब वैज्ञानिक इन TOI's में से ग्रहों का चयन करेंगे और उनका विस्तृत अध्ययन करेंगे. ताकि पता चले कि वहां पर क्या है? Also Read - एलन मस्क को पानी पिलाने की तैयारी में चीन, छोड़ेगा 13 हजार सैटलाइट मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) की पोस्ट डॉक्टोरल फेलो मिशेल कुनीमोतो ने एक बयान में कहा कि पिछले साल हम 27 जनवरी तक TESS ने 2400 ऐसे ग्रह खोजे थे. असल में MIT के रिसर्चर ही TESS की टीम को लीड कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट का नाम है फेंट स्टार सर्च (Faint Star Search). मिशेल ने कहा कि पिछले एक साल में टेस ने काफी ज्यादा ग्रहों को खोजा है. अगले कुछ सालों में इनकी संख्या और बढ़ने वाली है.
जब से TESS लॉन्च हुआ है तब से लेकर अप्रैल 2018 तक 176 TOI को ग्रहों का दर्जा दिया गया है. क्योंकि किसी भी एक्सोप्लैनेट को खोजना थोड़ा आसान है, लेकिन उसके बारे में जानकारी जमा करके उसे ग्रह का दर्जा देना कठिन कार्य है. इसलिए एलियन दुनिया तेजी से मिलती रहेगी, लेकिन उनमें से ग्रहों का चयन करने में समय लगेगा.
TESS से पहले केपलर स्पेस टेलिस्कोप (Kepler Space Telescope) ने 2700 से ज्यादा एक्सोप्लैनेट्स की खोज की थी. जो अब तक पुख्ता नहीं हो पाए हैं. यानी अभी तक उन्हें ग्रहों का दर्जा नहीं दिया गया है. जबकि उसका ऑब्जरवेशन 2013 में पूरा हो गया था. अब भी इनकी जांच चल रही है. ग्रहों का दर्जा देने का काम जारी है.
जब TESS लॉन्च किया गया तो मिशन की समय सीमा दो साल थी. पहले आधे हिस्से में इसे दक्षिणी गोलार्ध की तरफ चक्कर लगाया. उसके बाद के हिस्से में इसने उत्तीर गोलार्ध की तरफ चक्कर लगाया. इस मिशन की समय सीमा जुलाई 2020 में बढ़ाई गई. फिलहाल वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह मिशन कम से कम 2025 तक तो काम करेगा ही. टेस अंतरिक्ष में एक रोशनी या ग्रह की तरफ करीब एक महीने निहारता है. फिर उससे संबंधित डेटा कंट्रोल रूम में भेजता है. ताकि यह पता चल सके कि उस ग्रह के आसपास कोई सूरज जैसा तारा है या नहीं. इनमें से कई ग्रह तो ऐसे हैं जो अपने तारों के चारों तरफ 16 घंटे में अपना चक्कर पूरा कर लेते हैं. TESS ने एक ऐसे खोज भी किए हैं, जिनमें पांच ग्रह एक तारे के चारों तरफ एक लयबद्ध तरीके से चक्कर लगा रहे हैं. ऐसा ग्रह जहां पर पानी के बादलों की उम्मीद है. इसके अलावा ऐसे ग्रह भी खोजे गए हैं, जिन्हें उनके तारे निगल ले रहे हैं. TOI की मैनेजर कैथरीन हेसे ने बताया कि अभी इस मिशन की समय सीमा को बढ़ाया गया है. अभी हमें और मल्टीप्लैनेट सिस्टम देखने को मिलेंगे.