- 85 का दूल्हा, 32 की दुल्हन:इटली के पूर्व-PM ने सांसद से रचाई शादी, 417 अरब की संपत्ति में मिलेगा हिस्सा, सेक्स-स्कैंडल में आया था नाम
इटली के रंगीन मिजाज 85 साल के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी 32 साल की महिला से शादी रचा कर काफी चर्चा में हैं। उन्होंने खुद से 53 साल छोटी महिला से शादी की है। उनकी शादी की कई तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं। जिसमें 85 साल के बर्लुस्कोनी अपने से 32 साल की मार्ता फासीना के साथ शादी की खुशियां मनाते दिख रहे हैं। मार्ता फासीना एक सांसद हैं।
जनवरी में फेसबुक पर की गई पोस्ट में, 85 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी मार्ता फासीना को जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं।
417 अरब रुपए की संपत्ति पर फासीना का भी अधिकार
शादी समारोह मिलान के लेस्मो शहर के एक ऐतिहासिक स्थल विला गेर्नेटो में आयोजित हुई। अभी तक दोनों ने ऑफिशियली शादी नहीं की है। इसके पीछे का कारण दोनों के परिवारों के बीच विरासत को लेकर झगड़ा है। माना जा रहा है कि बर्लुस्कोनी के इस फैसले से उनके पांचों बच्चे नाखुश हैं। दरअसल, शादी के बाद बर्लुस्कोनी के 417 अरब रुपए की संपत्ति पर फासीना का भी अधिकार हो जाएगा।
इटली के पूर्व पीएम रहे बर्लुस्कोनी की फोर्जा इटालिया पार्टी ने एक बयान में पास्कले के साथ ब्रेक-अप की पुष्टि की,कहा,12 साल का रिश्ता अब खत्म हो गया है।
नए रिश्ते के लिए12 साल का रिश्ता किया खत्म
इससे पहले बर्लुस्कोनी लंबे समय तक प्रेमिका फ्रांसेस्का पास्कले के साथ रह रहे थे। वह खुद से 53 साल छोटी और अपनी पार्टी की सांसद मार्ता एंटोनिया फसीना के साथ कई सालों से डेटिंग कर रहे हैं। फसीना के लिए ही उन्होंने पास्कले को छोड़ दिया है। बर्लुस्कोनी की नई गर्लफ्रेंड फसीना की उम्र पास्कले से चार साल कम है। पूर्व पीएम ने एक बयान में पास्कले के साथ ब्रेक-अप की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा कि पास्कले के साथ मेरा रिश्ता काफी गहरा था, लेकिन अब 12 साल का रिश्ता खत्म हो गया है।
एक्स गर्लफ्रेंड नए फैसले से थी हैरान
34 साल की पास्कले ने एक बार एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने बर्लुस्कोनी से उससे शादी करने के लिए कहा था। ला रिपब्लिका से उन्होंने कहा कि वह बर्लुस्कोनी के नए फैसले से हैरान थी। उन्होंने कहा कि मैं कामना करती हूं कि उन्हें (बर्लुस्कोनी) को दुनिया की सभी खुशियां मिलें और आशा करती हूं कि उन्हें कोई ऐसा मिल जाए, जो मेरी तरह ही उनका ख्याल रखे।
दो बार तलाकशुदा मीडिया दिग्गज बर्लुस्कोनी और फासीना को साथ में स्विटजरलैंड के एक होटल से बाहर निकलते हुए देखे जाने के बाद यह जानकारी दुनिया के सामने आई।
फासीना के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 16,000 फॉलोवर
फासीना इससे पहले फ्रांसेस्का पास्कल के साथ रिलेशनशिप में थीं। लेकिन 2020 में उनका ब्रेकअप हो गया। जिसके बाद वो अब अपने से 53 साल बड़े शख्स के साथ रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में हैं। फासीना ने कैलाब्रीयन भाषा में ग्रेजुएशन किया है। सोशल मीडिया पर वो काफी पॉपुलर हैं। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 16,000 फॉलोवर हैं, वह हमेशा कुछ न कुछ राजनीतिक मुद्दों पर पोस्ट करती रहती हैं।
सेक्स वर्कर के साथ स्कैंडल में जुड़ा नाम
बर्लुस्कोनी का नाम सेक्स वर्कर के साथ स्कैंडल में जुड़ता आया है। वो अब भी एक नाबालिग के साथ सेक्स के मामले में गवाह को पैसे देने के आरोपी हैं। इसलिए इतनी कम उम्र की गर्लफ्रेंड के साथ रिश्ते से किसी ने हैरानी नहीं जताई। पूर्व प्रधानमंत्री बर्लुस्कोनी को हाल ही में मोरक्को की सेक्स वर्कर करीमा एल महरौग से सेक्स सर्विस के बदले 50 करोड़ रुपए देने का आरोप लगा था। लेकिन उसे साबित नहीं किया जा सका।
सांसद पर टैक्स फ्रॉड का भी आरोप
बर्लुस्कोनी पर साल 2013 में टैक्स फ्रॉड का भी आरोप लगा था। जिसके बाद सरकारी दफ्तरों में उनकी नियुक्ति पर रोक लगा दी गई थी। वे कई गबन और धोखाधड़ी के के मामलों में भी आरोपी हैं। बर्लुस्कोनी के स्वास्थ्य को लेकर भी मीडिया में तरह-तरह की खबरें आती रहती हैं। स्वास्थ्य का हवाला देकर ही उन्होंने प्रधानमंत्री के उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया था। जिसके बाद सर्जियो मटरेला को इटली का नया प्रमुख बनाया गया था।
सांसद की दो बार हो चुकी है हार्ट सर्जरी
2006 के आखिर में उन्हें बेहोश होने के बाद दिल की मामूली समस्या के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और जनवरी 2007 में एक अमेरिकी अस्पताल में उनकी हार्ट की सर्जरी हुई। बाद में 2016 में उनकी फिर से हार्ट की सर्जरी हुई और उनका प्रोस्टेट कैंसर का भी इलाज चल रहा था। जिसका खुलासा उन्होंने 2000 में तीन साल तक इस बीमारी को झेलने के बाद किया था। पिछले सितंबर में भी उन्हें कोरोना हुआ था, जिसमें वह बहुत मुश्किल से बच सके।
- इमरान की पत्नी फिर चर्चा में:PAK के विपक्षी नेता बोले- पति की सरकार बचाने घर में मुर्गे जला रहीं बुशरा, बदबू राजधानी में फैली
इमरान खान की सरकार पर सख्त खतरा मंडरा रहा है। हालात ये हैं कि खान साहब की कुर्सी कब चली जाए, किसी को नहीं पता। बहरहाल, विपक्ष के नेता एक बार फिर इमरान के बहाने उनकी तीसरी पत्नी बुशरा बीबी मनेका पर निशाना साध रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) के नेता शहबाज शरीफ के मुताबिक, टोने-टोटकों के लिए मशहूर इमरान की पत्नी बुशरा बीबी पति की सरकार बचाने के लिए घर में मुर्गे जला रही हैं और इसकी बदबू पूरे इस्लामाबाद में फैल रही है।
इमरान की पत्नी पर जादू-टोने के आरोप काफी पहले से लगते रहे हैं। पाकिस्तान के सियासी हलकों में बुशरा को पिंकी पीरनी कहा जाता है। पहली शादी से बुशरा के पांच बच्चे हैं। उनके पूर्व पति खावर मनेका और बेटे पर सरकारी ठेकों में धांधली और कमीशनखोरी के आरोप लगते रहे हैं।
शहबाज ने क्या कहा
शहबाज ने पाकिस्तान के एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया। इसमें मुल्क की सियासत पर खुलकर बात की। पहली बार इमरान खान की पर्सनल लाइफ पर भी बोले। कहा- मेरे पास सबूत मौजूद हैं कि बनीगाला में इमरान की सरकार बचाने के लिए किस तरह का जादू-टोना और टोटके किए जा रहे हैं। लेकिन, इससे इमरान की किस्मत बदलने वाली नहीं है। इमरान के घर में कई टन मांस जलाया जा रहा है। काला जादू किया जा रहा है। मुर्गे काटे जा रहे हैं और इसकी बदबू राजधानी इस्लामाबाद में फैल रही है। शरीफ ने कहा- हमारे प्रधानमंत्री जादू-टोने और पीर-पीरनियों के फेर में फंस गए हैं। इनसे देश नहीं चलता। दूसर तरफ, मुल्क के बच्चे भूख से बिलख रहे हैं।
बुशरा को पाकिस्तान में उनके जादू-टोने की वजह से पिंकी पीरनी कहा जाता है।
बुशरा और बनी गाला पर निशाना
इमरान खान इस्लामाबाद से कुछ दूर मौजूद हिल स्टेशन में रहते हैं। उनके अरबों रुपए से बने आलीशान घर का नाम ‘बनीगाला’ है। पाकिस्तान के कई जर्नलिस्ट इस घर रहस्यमय बताते रहे हैं। अब शहबाज शरीफ जैसे जिम्मेदार और बड़े नेता ने बनी गाला और इसकी मालकिन बुशरा बीबी पर निशाना साधा है। शहबाज को संजीदा किस्म का नेता माना जाता है। कहा जा रहा है कि इमरान सरकार गिरने की सूरत में शहबाज ही विपक्षी गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री बनेंगे। बहरहाल, ये बातें तभी सामने आएंगी जब इमरान कुर्सी से उतर जाएंगे।
बुशरा मनेका की यह दूसरी शादी है। इमरान अब तक तीन शादियां कर चुके हैं।
बुशरा के पूर्व पति-बेटे पर भी आरोप
पिछले दिनों लाहौर का एक वीडियो वायरल हुआ था। यह बुशरा बेटे के बेटे का था और उसे पुलिस ने हिट एंड रन के एक मामले में पकड़ लिया था। बाद में उसे छोड़ना पड़ा, क्योंकि उसने खुद को प्रधानमंत्री का सौतेला बेटा बताया था। मजे की बात यह थी कि उसके पास एक पहचान पत्र भी बरामद हुआ था। इस पर लिखा था ‘स्टेप सन ऑफ प्राइम मिनिस्टर’ यानी प्रधानमंत्री का सौतेला बेटा।
आरोप है कि बुशरा के पूर्व पति खावर और उनका यही बेटा पंजाब के सरकारी ठेकों के आवंटन में दखलंदाजी करते हैं और कमीशन लेते हैं। बुशरा की एक बेहद करीबी सहेली फराह भी इस खेल में शामिल बताई जाती हैं।
- यूक्रेन संघर्ष में क्या रूस का साथ देंगे अरब देश? जानें- इजरायल में अरब विदेश मंत्रियों की बैठक के मायने
यूक्रेन रूस जंग के बीच इजरायल में चार अरब देशों का बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी शामिल हो रहे हैं। इस बैठक में यूएई, बहरीन मिस्र और मोरक्को के विदेश मंत्री हिस्सा ले रहे हैं। यह पहली बार हुआ है, जब इजरायल में अरब देशों के विदेश मंत्री पहुंचे हुए हैं। रूस यूक्रेन जंग के बीच यह बैठक अमेरिका के लिए बेहद खास है। इस बैठक में अमेरिका ईरान परमाणु वार्ता के साथ यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा होगी। अमेरिका रूस को अलग-थलग करने के अपने मकसद से वह मध्यपूर्वी देशों का समर्थन चाहता है।
1- प्रो अभिषेक प्रताप सिंह का कहना है कि यह पहली बार हुआ है कि इजरायल में इस तरह का सम्मेलन आयोजित हो रहा है। अमेरिका का यह प्रयास है कि मध्यपूर्व में समान हित वाले अमेरिका के सहयोगी देशों को एक साथ लाया जा सके। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अमेरिका के सहयोगी राष्ट्रों में थोड़ी खलबली मची थी। उनमें असुरक्षा की भावना थी। यूक्रेन संघर्ष के बाद रूस ने जो आक्रामक रुख अपनाया उससे अमेरिका और नाटो की साख गिरी है। युद्ध के पूर्व नाटो या अमेरिका ने यूक्रेन की सुरक्षा का जो आश्वासान दिया था, उसमें कहीं न कहीं गिरावट आई है। इस नजरिए से भी अमेरिका के लिए यह बैठक काफी अहम है। इस बैठक में अमेरिकी रक्षा मंत्री सहयोगी राष्ट्रों को उनकी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त कर सकते हैं।
2- इस बैठक के जरिए अमेरिका रूस और चीन को यह संदेश देना चाहता है कि उसके सहयोगी देश उसके साथ खड़े हैं। इसके साथ अमेरिका रूस और यूक्रेन जंग में वह पुतिन को अलग-थलग करना चाहता है। इस सम्मेलन का यह हिडेन एजेंडा हो सकता है। रूस और यूक्रेन जंग के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन और बाइडन प्रशासन दुनिया के मुल्कों से अपना समर्थन हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। चीन के विदेश मंत्री वांग यी का भारत समेत अन्य एशियाई देशों का दौरा इसी कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। इसके साथ इजरायल में मध्यपूर्व देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को भी इसी क्रम में देखा जाना चाहिए।
3- इजरायल के लिए भी यह बैठक काफी उपयोगी है। इजरायल का यह प्रयास रहा है कि फिलस्तीनी मामलों को अलग रखते हुए क्षेत्र के बाकी देशों के साथ उसके स्वतंत्र रिश्ते बने। इस दृष्टिकोण से यह सम्मेलन इजरायल के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। रणनीतिक महत्व के साथ इस बैठक का प्रतीकात्ममक महत्व भी है। यह बैठक नेगेव में हो रही है। यह इजरायल प्रधानमंत्री डेविन बेन गुरियन का घर भी है।
ऊर्जा संकट से निपटने के लिए उपयोगी है सम्मेलन
रूस यूक्रेन जंग के बाद ऊर्जा संकट को लेकर चर्चा गर्म है। इसके अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए मध्यपूर्व के देश अहम भूमिका निभा सकते हैं। खासकर सऊदी अरब या अमेरिका के अन्य सहयोगी राष्ट्र इसमें प्रमुख रोल अदा कर सकते हैं। इसके अलावा इजरायल के लिए ईरान का मसला भी बेहद अहम है। बाइडन प्रशासन ईरान के परमाणु समझौते पर थोड़ा नरम जरूर पड़ा है, लेकिन अमेरिका उसके परमाणु कार्यक्रम को किसी भी तरह से सफल नहीं होने देगा।
क्या है इजरायल की चुनौती
मध्यपूर्व में रूस भी कमजोर नहीं है। रूस के पास मध्यपूर्व को अस्थिर करने की क्षमता है। रूस जिस तरह से सीरिया में मौजूद रहा है, उसका बहुत बुरा असर इजरायल पर पड़ सकता है। रूस यूक्रेन जंग में इजरायल की स्थिति भारत जैसी ही है। इजरायल की कोशिश है कि किसी तरह अमेरिका उससे नाराज नहीं हो और साथ ही साथ वो कुछ ऐसा कर सके, जिससे दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की सकारात्मक भूमिका में दिखे। इजरायल अमेरिका का साथ देता नजर आ रहा है, लेकिन वह पूरी तरह से रूस के खिलाफ भी नहीं दिख रहा।
- मरने की ख्वाहिश रखने वालों के लिए आ गई किलिंग मशीन, 1 बटन दबाते ही 30 सेकंड में उड़ जाएंगे प्राण-पखेरू!
कई देशो में सुसाइड अपराध की श्रेणी में आता है लिहाज़ा आप अपनी मर्ज़ी से अपनी जान लेने की कोशिश का विचार लाने पर अपराधी बन सकते हैं. ज़ाहिर सी बात है जान अपनी हो या पराई किसी को उसे खत्म करने का अधिकार नहीं. लेकिन एक डॉक्टर ने आत्महत्या करने वालों के लिए आसान रास्ता निकाल लिया है.
ब्रिटेन मे एक डॉ डेथ ने सुसाइड मशीन का आविष्कार कर बड़ी क्रांति कर दी. इस इलेक्ट्रॉनिक डेथ गजट को बनाने को लेकर उन्होंने वैसे लोगों को मदद करने की कोशिश का दावा किया जो गंभीर बीमारी या किसी ऐसी परेशानी से ग्रस्त होकर वो अपना जीवन खत्म करना चाहते हैं. वैसे लोगों के लिए सुसाइड मशीन बड़ी मददगार साबित होगी (Suicide machine will prove to be a big help). डॉ डेथ ने तो यहां तक कह दिया कि एक दिन वो भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. ये मशीन कष्ट झेल रहे लोगों के लिए आसान मौत का ज़रिया साबित होगी.
अब मशीन में बैठकर करिए सुसाइड
डॉ डेथ के नाम से पहचान बनाने वाले डॉ फिलिप ने द सन (The Sun) से बातचीत में दावा किया कि 2022 में स्विटज़रलैंड में उनकी बनाई गई सरको कैप्सूल का इस्तेमाल शुरु हो जाएगा (The use of Sarco Capsule will start). जो कि एक डेथ कैप्सूल है. इस दावे के बाद वो सुर्खियों में आ गए थे. ये एक ऐसी सुविधा है जो गंभीर रुप से बीमार ऐसे लोगों की मदद करेगा जो कष्टकारी जीवन से मुक्ति चाहते हैं. बस एक बटन क्लिक कर वो लोग आरामदायक मौत के आगोश में चले जाएंगे. डॉ फिलिप के मुताबिक सुसाइड पॉड नाइट्रोज़न से भरा होता है जो करीब 30 सेकंड में ऑक्सीजन को 21 फीसदी घटाकर 1 फीसदी तक कर देता है. इस जानकारी को साझा करने के साथ डॉ फिलिप ने ये भी कहा जब भी किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होंगे शरीर को उसका कष्ट झेलना मुश्किल हो जाएगा तो उस दिन वो खुद भी इस सुसाइड पॉड का इस्तेमाल करेंगे.
ब्रिटेन में सहायता प्राप्त आत्महत्या का है कानूनी हक
आपको बता दें कि सुसाइड मशीन को बनाने और उस पर खुलकर बातचीत करने के लिए वो इसलिए इतने सहज और मुक्त हैं क्योंकि ब्रिटेन में इच्छामृत्यु का कानूनी हक प्राप्त है. मशीन के पीछे तर्क है कि दर्दनाक जीवन जीने और तिल-तिल कर मरने से बेहतर है तैयारी के साथ अपनों को अलविदा कहकर दुनिया से रुख्सत हो जाना. ऐसी मौत शांतिपूर्ण और नशीले पलों के साथ मौत की नींद में सुलाती है. लिहाज़ा ये डेथ पॉड मौत के बाकी लम्हों की तुलना सहज और बेहतर मानक स्थापित करने वाला है.