दर्पण न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 25 सितंबरः पंजाब में एक तरफ पशुओं में लंपी की बीमारी से दूध का संकट है, वहीं नकली दूध भी खूब बिकने लगा है। इसका खुलासा फूड सेफ्टी विंग की ओर से लिए गए दूध सैंपलों की जांच में हुआ है। अगस्त में दूध के 278 सैंपल मान्यता पर खरे नहीं उतरे है। यानी मिलावटी दूध था। विभाग ने कुल दूध के 676 सैंपल लिए थे।
यह रिपोर्ट आते ही पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने बैठक कर अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि त्योहारों के सीजन को मुख्य रखते हुए खाने-पीने का समान बेचने वाले विक्रेताओं पर पैनी नजर रखी जाए। सेहत विभाग के अनुसार अगस्त 2022 के दौरान विभाग की तरफ से कुल 1016 सैंपल भरे गए हैं। दूध के कुल 676 सैंपल लिए गए थे। इन सैंपलों की रिपोर्ट आई को दूध के 278 सैंपल मान्यता पर खरे नहीं उतरे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फूड सेफ्टी विभाग की तरफ से अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं ताकि वह दूसरे जिलों में जाकर भी खाने-पीने का समान बेचने वाले विक्रेताओं की चैकिंग कर सकें। कोई मानक से कम खाद्य वस्तु बेच रहा है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जुर्माना व ज्यूडिशियल कोर्ट में केस भी दायर होगा।