हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन की हुई बैठक, सरकार पर मांगों की अनदेखी का भी लगाया आरोप
दर्पण न्यूज़ सर्विस
रोहतक, 26 सितंबरः हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन ने निजीकरण के खिलाफ आंदोलन का निर्णय लिया है। साथ ही रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार पर मांगों की अनदेखी का भी आरोप लगाया है। सोमवार को राज्यप्रधान इन्द्र सिंह बधाना की अध्यक्षता में कर्मचारी भवन में रोडवेज कर्मचारियों की बैठक हुई।
उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार लगातार प्रदेश की जनता व रोडवेज कर्मचारियों की मांग को दरकिनार करते हुए स्टेज़ कैरिज व किलोमीटर स्कीम को लागू कर विभाग को अपने चहेते पूंजिपतियों के हवाले कर बर्बाद करने पर उतारू है। उन्होंने कहा परिवहन मंत्री व उच्च अधिकारियों के साथ हुई बैठकों में अनेक बार लम्बित मांगों को मान लेने के बाद भी लागू नहीं करने से रोडवेज कर्मचारियों में भारी रोष है। कर्मचारियों को छह वर्ष से बोनस नहीं दिया जा रहा। साथ ही कर्मचारियों के अर्जीत अवकाश कम करने का पत्र जारी कर सरकार ने आग में घी डालने का काम किया है। सरकारी बसों की संख्या लगातार घट रही है और सरकार इस और कोई ध्यान नहीं दे रही।
उन्होंने बताया कि 12-13-14 नवम्बर को कुरुक्षेत्र में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य सम्मेलन में निजीकरण के खिलाफ, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, खाली पदों पर पक्की भर्ती व पुरानी पेंशन बहाली आदि मांगों को लेकर आंदोलन किया जाएगा। साथ ही एक अक्टूबर से 30 नवम्बर तक यूनियन का सदस्यता अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया। इस अवसर पर बिजेंद्र अहलावत, राजपाल, नवीन राणा, बलबीर जाखड़, रणबीर मलिक, श्रवण कुमार जांगड़ा, सतपाल राणा, जयकुंवार दहिया, जसबीर सिंह, हिम्मत राणा, राजकुमार चौहान, चंद्रभान खटक, दयानंद, कृष्ण गुलियाना, प्रदीप दुग्गल प्रमुख रूप से मौजूद रहे।