दर्पण न्यूज़ सर्विस
पठानकोट, 29 सितंबरः पठानकोट में पंजाब की अनोखी इकलौती रामलीला जहां 25 महिलाएं रामलीला में रामायण के महिला पात्रों को अभिनीत कर रही हैं। इनमें सिख परिवारों की लड़कियां भी हैं। प्राचीन कालीमाता मंदिर के रामा ड्रामाटिक क्लब से जुड़े ये पात्र पीएचडी से लेकर ग्रेजुएट तक शिक्षित हैं और सीता, कैकेयी व कौशल्या का रोल कई वर्षों से निभा रही हैं। इनमें से कई लड़कियां अभी भी पढ़ाई कर रही हैं। क्लब को रामलीलाओं का मंचन करते 100 साल हो चुके हैं।
8 साल पहले क्लब में केवल 5 लड़कियां थीं। पीएचडी होल्डर और डीलिट कर रहीं डॉ.पंकज माला 12 साल से जुड़ी हैं और क्लब की असिस्टेंट डायरेक्टर हैं जो रानी कैकेयी का रोल निभाती हैं। वे आर्य महिला काॅलेज में हिंदी विभागाध्यक्ष हैं। उनका कहना है कैकेयी का रोल निभाकर उनके अंदर के कलाकार को संतुष्टि मिलती है और अपने ईष्ट के आदर्शों को समाज तक पहुंचाने में मदद मिलती है। माता सीता का रोल कर रहीं मनप्रीत कौर सिख परिवार से हैं जो रमा चोपड़ा काॅलेज में ग्रेजुएशन कर रही हैं, जबकि कौशल्या का रोल निभा रहीं सोनिका ग्रेजुएट हैं।
सुमित्रा का रोल निभाने वालीं रेखा शर्मा आईटीआई वुमेन काॅलेज पठानकोट में कास्मोटोलाॅजी की लेक्चरर हैं। सुलोचना का रोल निभा रहीं हिना शर्मा टीचर हैं। मंदोदरी का रोल हरप्रीत शर्मा व माता सुनैना का रोल रोशनी कर रही हैं। अन्य पात्र गौरी महाजन दासी मंथरा, मिताली रानी तारा और तमन्ना नटी का रोल कर रही हैं। क्लब में 100 से ज्यादा कलाकार हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री मास्टर मोहनलाल 2 दशकों तक यहां रावण का रोल करते रहे।
सीता माता की सखियां भी प्लस वन और प्लस टू की छात्राएं, परिजन कर रहे सपोर्ट
रामलीला में किरदार निभा रहे पात्रों का कहना है कि वे सेवा और आस्था के लिए रोल करती हैं। इससे परिवार का सपोर्ट रहता है। माता सीता की सखियां यति हांडा, स्नेहा महाजन, मन्नत नंदा, समृद्धि, माही कश्यप, कंगन, राधा महाजन, वंशिका, साक्षी, तन्वी शर्मा, जिया वर्मा, जया महाजन शामिल हैं। जो प्लस वन व प्लस टू की छात्राएं हैं और कॉन्वेंट और केंद्रीय विद्यालय में पढ़ रही हैं। महिला कलाकारों की हेयर स्टाइल, ड्रेस फिटिंग का काम भी महिलाएं देख रही हैं।