कहा, अस्पताल स्टाफ की किसी भी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी
दर्पण न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 2 अक्तूबर: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने चार सदस्यीय जांच समिति को पठानकोट के सिवल अस्पताल में घटी दर्दनाक घटना की रिपोर्ट मंगलवार तक सौंपने के हुक्म दिए हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पंजाब स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने डा. राज कुमार- जि़ला परिवार भलाई अफ़सर, डा. वन्दना कुंडल- डिप्टी मैडीकल कमिश्नर, डा. हरनवनीत- गायनीकोलोजिस्ट, डा. बिन्दु गुप्ता- सीनियर मैडीकल अफ़सर आदि चार सदस्यीय समिति मामले की जांच के लिए गठित की थी। इस समिति को 4 अक्तूबर तक अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के हुक्म दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग के स्टाफ की तरफ से किसी भी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी। स. जौड़ामाजरा ने बताया कि जब से उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर पद संभाला है, उनकी तरफ से स्टाफ को मरीज़ों के साथ नम्रता से पेश आने के लिए सख़्त हिदायतें जारी की गई हैं जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि सरकारी अस्पतालों में सेवाएं लेते समय आम लोगों को किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
उन्होंने दोहराया कि यदि इस जांच में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी दोषी पाये गए तो उनके खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही की जायेगी।
स. जौड़ामाजरा ने कहा कि जो सरकारी कर्मचारी सेवा करते समय लापरवाही या लापरवाही करते हैं, उनके लिए सेवा नियमों अनुसार सज़ा की व्यवस्था पहले ही है। उन्होंने कहा कि पठानकोट मामले में जो भी दोषी पाया जायेगा, उसके खि़लाफ़ बनती अनुशासनी कार्यवाही की जायेगी।