Saturday, November 15, 2025
BREAKING
Weather: गुजरात में बाढ़ से हाहाकार, अब तक 30 लोगों की मौत; दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की चेतावनी जारी दैनिक राशिफल 13 अगस्त, 2024 Hindenburg Research Report: विनोद अदाणी की तरह सेबी चीफ माधबी और उनके पति धवल बुच ने विदेशी फंड में पैसा लगाया Hindus in Bangladesh: मर जाएंगे, बांग्लादेश नहीं छोड़ेंगे... ढाका में हजारों हिंदुओं ने किया प्रदर्शन, हमलों के खिलाफ उठाई आवाज, रखी चार मांग Russia v/s Ukraine: पहली बार रूसी क्षेत्र में घुसी यूक्रेनी सेना!, क्रेमलिन में हाहाकार; दोनों पक्षों में हो रहा भीषण युद्ध Bangladesh Government Crisis:बांग्लादेश में शेख हसीना का तख्तापलट, सेना की कार्रवाई में 56 की मौत; पूरे देश में अराजकता का माहौल, शेख हसीना के लिए NSA डोभाल ने बनाया एग्जिट प्लान, बौखलाया पाकिस्तान! तीज त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत, इन्हें रखें सहेज कर- मुख्यमंत्री Himachal Weather: श्रीखंड में फटा बादल, यात्रा पर गए 300 लोग फंसे, प्रदेश में 114 सड़कें बंद, मौसम विभाग ने 7 अगस्त को भारी बारिश का जारी किया अलर्ट Shimla Flood: एक ही परिवार के 16 सदस्य लापता,Kedarnath Dham: दो शव मिले, 700 से अधिक यात्री केदारनाथ में फंसे Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी की सब-कैटेगरी में आरक्षण को दी मंज़ूरी

संपादकीय

जरूरत है हमारे देश में आज प्राकृतिक खेती की ओर ध्यान केंद्रित करने की--भुपेंद्र शर्मा

November 28, 2022 06:01 PM

दर्पण न्यूज़ सर्विस

चंडीगढ़, 29 नवंबरः ‘नेचुरल फार्मिंग’ या प्राकृतिक खेती पारंपरिक और आधुनिक कृषि अभ्यासों- दोनों में सुधार के लिये एक नया दृष्टिकोण है, जो पर्यावरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और समुदायों की रक्षा पर लक्षित है। इसमें भविष्य की पीढ़ियों की आवश्यकताओं से समझौता किये बिना खाद्य उत्पादन को सक्षम करने की क्षमता है। इससे बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चितता, किसानों की आय में वृद्धि, मृदा स्वास्थ्य का पुनरुद्धार और उत्पादन की न्यूनतम लागत होते हैं।

इसके अलावा नेचुरल फार्मिंग का बजट ज़ीरो होता है। यह कृषि-पारिस्थितिकी पर निर्भर करता है। यह सतत्/संवहनीय कृषि अभ्यासों पर आधारित रसायन मुक्त खेती का आह्वान करता है। 1990 के दशक के मध्य में सुभाष पालेकर ने इसे हरित क्रांति में व्यवहृत रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों तथा सघन सिंचाई विधियों के विकल्प के रूप में विकसित किया था। इस मॉडल का लक्ष्य उत्पादन लागत को कम करना और हरित क्रांति से पहले की कृषि पद्धतियों पर वापस लौटना है जहाँ उर्वरक, कीटनाशक और सिंचाई जैसे महंगे इनपुट की आवश्यकता नहीं होती है।

हमारे देश में खेती से संबंधित कई चुनौतियाँ होती हैं। इनमें प्रति बूंद अधिक फसल, प्राकृतिक आदानों की तत्काल उपलब्धता का अभाव, फसल विविधीकरण का अभाव और पैदावार में गिरावट आदि शामिल रहते हैं। उक्त चुनौतियों के मद्देनजर सरकार ने कृषि के क्षेत्र में कई पहल की हैं जिनमें मुख्यतः राष्ट्रीय सतत् कृषि मिशन, परंपरागत कृषि विकास योजना , कृषि वानिकी पर उप-मिशन , राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिये जैविक मूल्य शृंखला विकास मिशन शामिल हैं।

मौजूदा हालात में अब जरूरत है नेचुरल फार्मिंग में महिलाओं की भागीदारी की। विभिन्न अध्ययनों में प्राथमिक उत्पादक के रूप में कृषि संसाधनों पर महिलाओं के नियंत्रण और उनके परिवार की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों के बीच सीधा संबंध देखा गया है।चूँकि महिलाएँ ही अधिकांशतः अपने परिवारों के लिये खाना बनाती हैं, इसलिये वे अपने बच्चों के पोषण के लिये प्राकृतिक उत्पादों के महत्त्व को समझती हैं। इस परिदृश्य में महिलाओं द्वारा पुरुषों की तुलना में नेचुरल फार्मिंग को जल्द अपनाने की संभावना अधिक है। नेचुरल फार्मिंग में महिलाओं की भागीदारी से निर्णय लेने में उनकी भागीदारी बढ़ेगी। यह परिवार के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

इसके अलावा पारंपरिक और अग्रणी तकनीकों का एकीकरण भी नेचुरल फार्मिंग में काफी आवश्यक है। वर्षा जल संचयन, पादप पोषण के लिये जैविक अपशिष्ट का पुनर्चक्रण, कीट प्रबंधन आदि पारंपरिक तकनीकों के उदाहरण हैं जिनका उपयोग उच्च उत्पादकता प्राप्त करने के लिये टिशू कल्चर, जेनेटिक इंजीनियरिंग जैसी अग्रणी तकनीकों की पूरकता के लिये किया जा सकता है।

यह भी सच है कि भारत कृषि पद्धतियों की विविधता के लिये जाना जाता है, जो उपयुक्त समाधान खोजने के लिये राष्ट्रीय कृषि संवाद में विविध दृष्टिकोणों को शामिल करना महत्त्वपूर्ण बनाता है।एक प्राकृतिक दृष्टिकोण के साथ संतुलित हाई-टेक खेती की दिशा में कुशल और सटीक कदम आगे बढ़ाने से किसानों की आय में वृद्धि होगी और स्केल संबंधी कई अन्य मुद्दों को संबोधित किया जा सकेगा। रसायन मुक्त कृषि के लिये इनपुट्स का उत्पादन करने वाले लघु उद्यमों को सरकार द्वारा सहायता दी जानी चाहिये ताकि प्राकृतिक इनपुट की अनुपलब्धता की चुनौती को दूर किया जा सके। नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिये ग्रामीण स्तर पर इनपुट तैयार करने और बिक्री की दुकानों की स्थापना के साथ जोड़ा जाना चाहिये।

अंततः हम यह कह सकत हैं कि कृषि उत्पादकता और प्रकृति के संरक्षण के बीच पारस्परिक रूप से सुदृढ़ संबंधों का विकास आवश्यक है। खेती प्रणालियों को एक प्रतिकृति प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिये उनमें संशोधन किये जा सकते हैं। पारिस्थितिक और आर्थिक रूप से उपयोगी पेड़, झाड़ियाँ और बारहमासी घासों को खेतों में इस प्रकार एकीकृत किया जा सकता है जो प्राकृतिक वनस्पति संरचना का अनुकरण करते हैं।

Have something to say? Post your comment

और संपादकीय समाचार

Electoral earthquake: Modi's massive wave in Bihar changed the entire political equation.: चुनावी भूचाल: बिहार में मोदी की प्रचंड लहर ने बदले पूरे राजनीतिक समीकरण

Electoral earthquake: Modi's massive wave in Bihar changed the entire political equation.: चुनावी भूचाल: बिहार में मोदी की प्रचंड लहर ने बदले पूरे राजनीतिक समीकरण

Madhya Pradesh becomes the new epicenter of stubble burning crisis: It surpasses Punjab and Haryana in burning paddy residue!: पराली संकट का नया केंद्र बना मध्य प्रदेश: पंजाब-हरियाणा से आगे निकला धान अवशेष जलाने में !

Madhya Pradesh becomes the new epicenter of stubble burning crisis: It surpasses Punjab and Haryana in burning paddy residue!: पराली संकट का नया केंद्र बना मध्य प्रदेश: पंजाब-हरियाणा से आगे निकला धान अवशेष जलाने में !

India-Latin America Alliance: A New Global Equation of Energy, Economy and Diplomacy: भारत–लैटिन अमेरिका गठजोड़: ऊर्जा, अर्थ और कूटनीति का नया वैश्विक समीकरण

India-Latin America Alliance: A New Global Equation of Energy, Economy and Diplomacy: भारत–लैटिन अमेरिका गठजोड़: ऊर्जा, अर्थ और कूटनीति का नया वैश्विक समीकरण

"Delhi blasts: A breach in the capital's security wall or a new wave of terror?: "दिल्ली ब्लास्ट: राजधानी की सुरक्षा दीवार में दरार या आतंक की नई दस्तक?

When faith became a source of profit: The 6.8 million kg fake ghee scam at Tirupati temple and questions about faith: जब श्रद्धा बन गई मुनाफे का ज़रिया: तिरुपति मंदिर में 68 लाख किलो नकली घी घोटाला और आस्था पर सवाल

When faith became a source of profit: The 6.8 million kg fake ghee scam at Tirupati temple and questions about faith: जब श्रद्धा बन गई मुनाफे का ज़रिया: तिरुपति मंदिर में 68 लाख किलो नकली घी घोटाला और आस्था पर सवाल

Bihar Elections 2025: Public opinion drowned in caste songs, real issues marginalized: बिहार चुनाव 2025: जातीय गानों में डूबा जनमत, असली मुद्दे हुए हाशिए पर

Bihar Elections 2025: Public opinion drowned in caste songs, real issues marginalized: बिहार चुनाव 2025: जातीय गानों में डूबा जनमत, असली मुद्दे हुए हाशिए पर

Every Indian has the right to economic dignity: Will universal basic income transform India's social contract?: हर भारतीय को आर्थिक गरिमा का अधिकार: क्या सार्वभौमिक बुनियादी आय बदल देगी भारत का सामाजिक अनुबंध ?

Every Indian has the right to economic dignity: Will universal basic income transform India's social contract?: हर भारतीय को आर्थिक गरिमा का अधिकार: क्या सार्वभौमिक बुनियादी आय बदल देगी भारत का सामाजिक अनुबंध ?

62% of the wealth is held by just 1%: 62% संपत्ति सिर्फ 1% के पास: भारत के विकास मॉडल का भरपूर फायदा उठा रहे हैं अमीरजादे, गरीब अभी भी हाशिये पर !

62% of the wealth is held by just 1%: 62% संपत्ति सिर्फ 1% के पास: भारत के विकास मॉडल का भरपूर फायदा उठा रहे हैं अमीरजादे, गरीब अभी भी हाशिये पर !

Hinduja Group Chairman Gopichand Hinduja passes away: Indian industry stalwart passes away, marking the end of an era: हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन गोपीचंद हिंदुजा नहीं रहे: भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज का निधन, एक युग का हुआ अंत

Hinduja Group Chairman Gopichand Hinduja passes away: Indian industry stalwart passes away, marking the end of an era: हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन गोपीचंद हिंदुजा नहीं रहे: भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज का निधन, एक युग का हुआ अंत

The government's new PF scheme will provide huge benefits to employees – provident fund guarantee without penalty.:सरकार की नई पी एफ स्कीम से कर्मचारियों को मिलेगा बंपर फायदा — बिना जुर्माना मिलेगी भविष्य निधि की गारंटी

The government's new PF scheme will provide huge benefits to employees – provident fund guarantee without penalty.:सरकार की नई पी एफ स्कीम से कर्मचारियों को मिलेगा बंपर फायदा — बिना जुर्माना मिलेगी भविष्य निधि की गारंटी

By using our site, you agree to our Terms & Conditions and Disclaimer     Dismiss