दर्पण न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 29 नवंबर: भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि हरियाणा प्रदेश गौरवशाली इतिहास के साथ विकासात्मक स्वरूप का प्रत्यक्ष उदाहरण है। जहां गीता की जन्मस्थली पूरे विश्व में ज्ञान का प्रकाश दे रही है, वहीं हरियाणा सरकार की विकासात्मक उपलब्धि देश के अग्रणी राज्यों में हरियाणा को अतुलनीय पहचान दे रही है।
मंगलवार को कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर तट पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ राज्यस्तरीय प्रगतिशील हरियाणा प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए हर पहलू को ध्यान से देखा।
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा द्वारा तैयार प्रगतिशील हरियाणा राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में राष्ट्रपति ने गीता प्रसंग के साथ गीता उपदेशों के साक्ष्यों के कलाकृति को सजगता पूर्ण देखा। वहीं स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के वीरों के योगदान की कहानी, अभिलेख व तस्वीरों की जुबानी की प्रदर्शनी को देखते हुए हरियाणा के गौरवमयी इतिहास सहित 8 साल राख्या ख्याल को समर्पित हरियाणा की विकास योजनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कार्यशैली की सराहना की।
प्रदर्शनी में 48 कोस के तीर्थ स्थलों के चित्र व युग युगीन कुरुक्षेत्र धरा के विभिन्न धार्मिक पहलुओं की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए राष्ट्रपति ने तीर्थयात्रा पर्यटन के विकास हेतु उठाये गए हरियाणा सरकार के प्रयासों को उल्लेखनीय बताया। इस प्रदर्शनी में राष्ट्रपति ने हरियाणा सरकार की विभागीय विकासात्मक उपलब्धियों व जनसेवा को समर्पित विकास योजनाओं को लेकर लगाई गई स्टॉल का भी अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश के गौरवमयी इतिहास के साथ ही आठ साल में बदलते हरियाणा के विकासात्मक पहलुओं को दर्शाती प्रदर्शनी में राष्ट्रपति को अन्य विकासोन्मुखी रूपरेखा से अवगत कराया। वहीं सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल ने विभागीय प्रदर्शनी के बारे में राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व अन्य अतिथिगणों को विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर सांसद श्री नायब सिंह सैनी, खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह, विधायक श्री सुभाष सुधा, पूर्व विधायक डॉ पवन सैनी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल, संयुक्त निदेशक श्री कुलदीप सैनी, उपायुक्त श्री शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सुरेन्द्र भौरिया सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि पर पहुंची
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि पर पहुंची। यहां पहुंचकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरूआत की। सर्वप्रथम उन्होंने पवित्र ब्रह्मसरोवर पर पूजा अर्चना की। इसके बाद श्रीमद्भगवदगीता की प्रति पर पुष्प अर्पित किए और गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति दी। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दतात्रेय व हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल मौजूद रहे।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने ब्रह्मसरोवर के तट पर सूचना, जनसंपर्क व भाषा विभाग द्वारा लगाई गई राज्य प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने हरियाणा पेविलियन, शिल्प उद्यान और पार्टनर स्टेट मध्यप्रदेश के पेवेलियन का भी दौरा किया। राष्ट्रपति ने तत्पशचात कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी एवं हरियाणा से जुड़ी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति ने भगवान श्री कृष्ण की चौदह विद्याएं व चौसठ कलाओं पर आधारित सर्वांग-चित्र प्रदर्शनी का किया उद्धघाटन
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के पार्टनर स्टेट मध्य प्रदेश के पैवेलियन में ऋषि सांदीपनि व श्री कृष्ण की प्रचलित लोक कथाओं को स्लाइड्स के माध्यम से किया गया प्रदर्शित
चंडीगढ़, 29 नवम्बर- राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू आज कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंची। उन्होंने गीता महोत्सव के पार्टनर स्टेट मध्यप्रदेश के पैवेलियन में जाकर भगवान श्रीकृष्ण की उज्जैन के सान्दीपनी ऋषि के आश्रम में ग्रहण की गई शिक्षा-दीक्षा पर आधारित सर्वांग-चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल भी साथ रहें।
ब्रह्मसरोवर के किनारे लगाए गए मध्य प्रदेश पैवेलियन में भगवान श्री कृष्ण की 14 विद्याओं व 64 कलाओं को स्लाइड्स के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर का उदघाटन किया था। मध्य प्रदेश पैवेलियन में उज्जैन महाकाल कॉरिडोर के मुख्य प्रवेश द्वार का मॉडल को सांस्कृतिक मंच पर प्रदर्शित किया गया है।
मध्य प्रदेश में कला एव संस्कृति विभाग के निदेशक अदिति कुमार त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि ऋषि सांदीपनि और भगवान श्री कृष्ण की बहु प्रचलित लोक कथाओं को सर्वांग- चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। ऋषि सांदीपनि के आश्रम में भगवान श्री कृष्ण ने अपने भाई बलराम व मित्र सुदामा के साथ 64 दिनों में 14 विद्याओं व 64 कलाओं को सीखा था। उन्होंने कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर के गीता महोत्सव के आयोजन को सराहनीय बताया।
राष्ट्रपति के पैवेलियन में पहुंचने पर सांस्कृतिक दल ने मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध भील जनजातीय के भगौरिया नृत्य का प्रदर्शन भी किया।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने मंत्रोच्चारण के बीच अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों की शुरुआत की
ब्रह्मसरोवर पर हवन-यज्ञ में दी पूर्णाहुति
राष्ट्रपति ने किया गीता शिल्प कला उद्यान का उद्घाटन
उद्यान में स्थापित की गई है गीता से जुड़ी 21 आकर्षक मूर्तियां
पर्यटकों के लिए आकर्षण बना हुआ है शिल्प कला उद्यान
चण्डीगढ़, 29 नवंबर - भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की ऐतिहासिक, पौराणिक एवं धार्मिक धरा पर स्थित पवित्र तीर्थ स्थल ब्रह्मसरोवर के तट पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में मंत्रोच्चारण के बीच पूजा-अर्चना की व ब्रह्मसरोवर में नारियल का विसर्जन किया। ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग घाट पर आयोजित इस कार्यक्रम में कात्यायनी मंदिर के पीठाध्यक्ष पंडित बलराम गौतम के साथ पंडित सोमनाथ शर्मा, पंडित रुद्र गौतम, पंडित गोपाल कृष्ण, पंडित अनिल व पंडित शुभम ने मंत्रोच्चारण व स्वस्तिवाचन से राष्ट्रपति की दीर्घायु की कामना की।
इसके बाद उन्होंने पुरुषोत्तमपुरा बाग पर स्थित भगवान श्री कृष्ण के विशाल रथ की प्रतिमा के नजदीक आयोजित हवन-यज्ञ में पवित्र धार्मिक ग्रंथ गीता पर पुष्प अर्पित किए व हवन-यज्ञ में पूर्णाहुति दी। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दतात्रेय व हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल मौजूद रहे।
राष्ट्रपति ने किया गीता शिल्प कला उद्यान का उद्घाटन
आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष को समर्पित देवभूमि कुरुक्षेत्र के पुरुषोतमपुरा बाग में बनाया गया गीता मूर्ति शिल्प उद्यान का आज राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने उद्घाटन किया।
उद्यान में स्थापित की गई है गीता से जुड़ी 21 आकर्षक मूर्तियां
इस उद्यान में आजादी के 75वें अमृत महोत्सव मॉडल, गीता एवं भारतीय संस्कृति के अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाने का प्रयास किया गया है। मूर्तियों को हरियाणा राज्य के साथ-साथ उड़ीसा, तेलंगाना, राजस्थान और असम के 21 शिल्पकारों ने दिन-रात का अथक प्रयास करने के उपरांत 21 मूर्तियों को तैयार किया गया है। काले संगमरमर से बनी पांच से 12 टन वजन वाली ये मूर्तियां कलाकारों ने एक ही चट्टान के टुकड़ों को तराश कर तैयार की है। सभी मूर्तियां महाभारत से संबंधित विषयों को लेकर तैयार की गई है। इनमें आजादी का अमृत महोत्सव और गीता को भी दर्शाया गया है। होनहार कला शिल्पियों के साथ हृदय कौशल के नेतृत्व में बनाए गए खूबसूरत मूर्ति शिल्पियों तथा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रयास सराहनीय है।
शिल्प उद्यान से राज्य में लुप्त होती आधुनिक मूर्तिकला व युवा कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान मिली है
यह मूर्तियां 75वें आजादी के अमृत महोत्सव का स्थायी गवाह बन गई है। इस अतुलनीय कार्य से राज्य में लुप्त होती आधुनिक मूर्तिकला के साथ-साथ राज्य के युवा कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष पहचान मिली है। सदियों तक जिंदा रहने वाली यह आधुनिक अदभुत कला राज्य का गौरव एवं मान-सम्मान बढ़ाने का काम कर रही है। यह उद्यान रात्रि के समय में और भी खूबसूरत व मनमोहक दिखाई दे रहा है। इन मूर्तियों के साथ-साथ रंग-बिरंगी लाइटे भी लगाई गई है, महोत्सव के दौरान मूर्ति कला उद्यान को देखने वाले पर्यटक इसका भरपूर आनंद उठा रहे है।
निम्र शिल्पकारों ने तैयार की मूर्तियां
गीता शिल्प कला उद्यान में 4 राज्यों के 21 शिल्पकारों ने मूर्तियां तैयार की है, जिनमें कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी (मूर्तिकला) हृदय कौशल, जींद से अमित कुमार, भिवानी से अरुण, असम गोवाहटी से अरुणधती चौधरी, रोहतक से दीनेश सेवाल, कुरुक्षेत्र से गोल्डी, सिरसा से हरपाल, करनाल से कुलदीप सिंह, कमला नगर रोहतक से महिपाल, चांग हरियाणा से मदन सैनी, जींद से मोनू, मीनाक्षी, राजस्थान से नेमा राम, झज्जर से नरेंद्र, कुरुक्षेत्र से प्रिंस शर्मा, उडीसा से राकेश पटनायक, रेवाड़ी से राहुल, तेलंगाना से डा. स्नेहलता प्रसाद, सोनीपत से स्वीप राज, महरौली दिल्ली से सुशांक कुमार, चंडीगढ़ से विरेंद्र कुमार शामिल है।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा को दी 3 बड़ी परियोजनाओं की सौगात
अंत्योदय परिवारों के लिए शुरू की निरोगी हरियाणा योजना
योजना के तहत अंत्योदय परिवारों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी मुफ्त
राष्ट्रपति ने राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, सिरसा की भी रखी आधारशिला
हरियाणा में ई-टिकटिंग प्रणाली का भी किया शुभारंभ
पहली टिकट के रूप में नेशनल ई-मोबिलिटी कार्ड की प्रतिकृति राष्ट्रपति को भेंट की गई
चंडीगढ़, 29 नवंबर – भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज श्रीमद्भगवद्गीता की पावन धरा धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंख्ला में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के श्रीमद्भगवद् गीता सदन में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार में भाग लिया। यहीं से राष्ट्रपति ने प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात देते हुए हरियाणा सरकार की 3 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का वर्चुअली शुभारंभ व शिलान्यास किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की गरिमामयी उपस्थिती रही।
अंत्योदय परिवारों के लिए शुरू हुई निरोगी हरियाणा योजना
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने अंत्योदय परिवारों के लिए निरोगी हरियाणा योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत अंत्योदय परिवारों की व्यापक स्वास्थ्य जांच मुफ्त की जाएगी। पहले चरण में 1 लाख 80 हजार रुपये से कम आय वाले परिवारों को लाभार्थियों के रूप में शामिल किया जाएगा, जबकि शेष आबादी को बाद के चरणों में कवर किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने वित्त मंत्री के रूप में वर्ष 2022-23 के बजट में घोषणा करते हुए यह विज़न पेश किया था कि प्रदेश के सभी नागरिकों की 2 साल में कम से कम एक बार व्यापक स्वास्थ्य जांच मुफ्त की जाए। इसी घोषणा को मूर्तरूप देते हुए निरोगी हरियाणा योजना बनाई गई है।
नागरिक संसाधन सूचना विभाग द्वारा जारी अंत्योदय परिवारों के आंकड़ों के अनुसार कुल घरों की संख्या 26,64,257 है और जनसंख्या 1,06,06,475 है। अंत्योदय परिवार को इसके सभी सदस्यों की व्यापक जांच के लिए एक इकाई के रूप में लिया जाएगा और प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए आबादी को 5 अलग - अलग आयु समूहों में वर्गीकृत किया गया है। श्रेणी -1 के तहत 0-6 महीने, श्रेणी -2 में 6-59 महीने, श्रेणी -3 में 5-18 वर्ष, श्रेणी -4 में 18-40 वर्ष और श्रेणी -5 में 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को रखा गया है।
आशा और आंगनवाड़ी वर्कर्स पात्र आबादी के प्रत्येक घर का दौरा करेंगी और उनका निकटतम स्वास्थ्य सुविधा में जांच के लिए मार्गदर्शन करेंगी। लाभार्थी की सामान्य शारीरिक जांच की जाएगी। इसके अलावा, अन्य प्रयोगशाला परीक्षण भी किए जाएंगे।
स्वास्थ्य जांच के दौरान डाटा का रिकॉर्ड रखने के लिए एक इन - हाउस एप्लिकेशन विकसित किया जाएगा, जिसका उपयोग वर्तमान स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सुधार में किया जा सकता है।
सिरसा को मिली मेडिकल कॉलेज की सौगात, राष्ट्रपति ने रखी आधारशिला
हरियाणा सरकार नागरिकों को प्राथमिक, माध्यमिक एवं तृतीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। डाक्टरों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए और वांछित डाक्टर:रोगी अनुपात प्राप्त करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने हर जिले में एक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल बनाने का लक्ष्य रखा है। इसी कड़ी में आज राष्ट्रपति ने जिला सिरसा में 21 एकड भूमि पर बनने वाले मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया। इस पर लगभग 950 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
इस महाविद्यालय की स्थापना से जिला सिरसा व आस-पास के क्षेत्रों को बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इस महाविद्यालय में 100 एम.बी.बी.एस. छात्रों का वार्षिक प्रवेश होगा और अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त 539 बिस्तरों का अस्पताल होगा।
कॉलेज परिसर कई सेवाओं से होगा सुसज्जित
इस परिसर में सेवा ब्लाक के साथ शिक्षण अस्पताल, परीक्षा ब्लाक के साथ चिकित्सा महाविद्यालय, गर्ल्स हास्टल व गर्ल्स इंटर्न हास्टल, बॉयज हास्टल व बॉयज इंटर्न हास्टल, जूनियर सीनियर रेजिडेंट छात्रावास, अटोप्सी ब्लाक, अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा, खेल सुविधा, नर्सिंग, पैरामैडिकल और फिजियोथेरेपी कालेज, नर्सिंग गर्ल्स हास्टल इत्यादि सुविधाएं होंगी।
हर जिले में कॉलेज बनने के बाद हरियाणा में एमबीबीएस सीटें होंगी 3 हजार से अधिक
राज्य में इस समय 1835 एम.बी.बी.एस. सीटों 708 एम.डी/एम.एस. सीटों और 155 डी.एन.बी. डिप्लोमा सीटों के साथ 13 चिकित्सा महाविद्यालय कार्यरत हैं। इनमें से 6 राजकीय, 1 राजकीय सहायता प्राप्त और 6 निजी क्षेत्र के हैं। डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने पर राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खुलने से प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें 3 हजार से अधिक हो जाएंगी।
हरियाणा में ई-टिकटिंग प्रणाली शुरू, प्रथम चरण में 6 डिपो में होगी लागू
सूचना प्रौद्योगिकी के युग में प्रदेशवासियों को निर्बाध और सुगम परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए एक कदम और आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार ने हरियाणा रोडवेज की बसों में ई-टिकटिंग प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज इस प्रणाली का शुभारंभ किया। शुभारंभ के साथ ही राष्ट्रपति को पहली टिकट के रूप में नेशनल ई-मोबिलिटी कार्ड की प्रतिकृति भेंट की गई।
भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ओपन लूप टिकटिंग प्रणाली लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है। प्रारंभिक चरण में 6 डिपो अर्थात् चंडीगढ़, करनाल, फरीदाबाद, सोनीपत, भिवानी और सिरसा में ई - टिकटिंग प्रणाली लागू होगी। इसी तरह हरियाणा रोडवेज के शेष 18 डिपो में जनवरी 2023 के अंत तक इस परियोजना को पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा ।
इस परियोजना के मुख्य उद्देश्य राजस्व लीकेज को बंद करना है। साथ ही ओपन लूप टिकटिंग के उपयोग को बढ़ावा देना, जिसे बाद में पूरे भारत में यात्रा के अन्य तरीकों के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा, छूट पाने वालों की पहचान, फर्जी पास को खत्म करना, रियायत पाने वाले यात्रियों के लिए कागजी बचत, कॉमन मोबिलिटी कार्ड के उपयोग के माध्यम से यात्रियों के लिए बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करना, यात्रियों की संख्या के अनुरूप रूट राशनलाइजेशन तथा बसों, सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि करना शामिल है।
इस अवसर पर शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री श्री कंवर पाल, सांसद श्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, विधायक श्री सुभाष सुधा सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।