दर्पण न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 29 नवंबर: पिछले साल सितंबर माह में पंजाब के जलालाबाद में आतंकी वारदात में शामिल दो आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आरोपपत्र दायर कर दिया है। एनआईए की जांच में सामने आया है कि वारदात को पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन ने अंजाम दिया था।
जलालाबाद में 15 सितंबर को मोटरसाइकिल की टंकी में विस्फोट से बलविंदर सिंह (22) की मौत हो गई थी। पंजाब पुलिस ने इसे आतंकी घटना करार दिया तो एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली। इसकी साजिश 14 सितंबर को सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा के घर रची गई थी। सुक्खा फिरोजपुर के चांदी वाला गांव का निवासी है।
बीकानेर पुलिस को सूचना मिली थी कि विस्फोट की साजिश में शामिल गुरचरण सिंह (38) बीकानेर में है। वह एक मिल में मजदूरी कर रहा था, उस पर दो लाख का इनाम भी था। पुलिस ने सूचना के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। अब एनआईए ने गुरचरण सिंह व उसके एक साथी सूरत सिंह के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर की है।
एनआईए ने साल की शुरुआत में दो पाकिस्तानी समेत छह खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ एनआईए कोर्ट में आरोपपत्र दायर किया था। जांच में पता चला था कि पंजाब में भीड़भाड़ वाली जगहों पर कई धमाके करने की साजिश आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे ने रची थी।
लखबीर सिंह रोडे अंतरराष्ट्रीय सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख है। एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपी आतंकवादी संगठन के सदस्य थे और दोनों ही पाकिस्तान से नशीले पदार्थों की तस्करी और बिक्री के पैसे को आतंकवाद के लिए इस्तेमाल करते थे।