दर्पण न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 10 जनवरीः कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज पंजाब में एंट्री करेगी। यात्रा की शुरूआत में राहुल गांधी सुबह 7 बजे फतेहगढ़ साहिब में माथा टेकेंगे। उसके बाद साढ़े 7.50 बजे सरहिंद की दाना मंडी में फ्लैग एक्सचेंज सेरेमनी होगी। हरियाणा कांग्रेस के नेता पंजाब कांग्रेस के नेताओं को यात्रा का फ्लैग सौंपेंगे।
जिसके बाद सुबह 8.20 बजे यात्रा शुरू हो जाएगी। 11.30 बजे मॉर्निंग ब्रेक के बाद दोपहर साढ़े 3 बजे रैली दोबारा मंडी-गोबिंदगढ़ स्थित खालसा स्कूल के ग्राउंड से शुरू होगी। राहुल के साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद रहेंगे।
अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में माथा टेकते राहुल गांधी।
एक दिन पहले गोल्डन टेंपल में माथा टेका
पंजाब में यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने मंगलवार को अमृतसर पहुंचकर गोल्डन टेंपल में माथा टेका। इस दौरान उन्होंने केसरी रंग की पगड़ी पहनी थी। गोल्डन टेंपल जाने के लिए राहुल गांधी की हरियाणा में अंतिम दिन की यात्रा के शेड्यूल में बदलाव किया गया। उन्हें अंबाला में शाम को पैदल चलकर शंभू बॉर्डर से पंजाब में जाना था। हालांकि सुबह की यात्रा के बाद इसे स्थगित कर दिया गया।
माथा टेकने के बाद बोले... गुरु के द्वारे, श्री हरमंदिर साहिब पहुंच कर मानवीय मूल्यों में विश्वास और भी गहरा हो जाता है। सत श्री अकाल !
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने CM मान को सौंपा मांग पत्र
भारत जोड़ो यात्रा के पंजाब में प्रवेश से काफी दिन पहले ही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और अन्य कांग्रेसी नेता CM पंजाब भगवंत मान को मांग पत्र सौंप चुके हैं। इसमें CM मान से राहुल गांधी और अन्य पद यात्रियों की सुरक्षा की मांग की गई। वहीं यात्रा से आम लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसके भी पुख्ता बंदोबस्त करने की मांग की गई है। वहीं राहुल गांधी की पैदल यात्रा को देखते हुए पंजाब में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
राहुल गांधी ने गोल्डन टेंपल में माथा टेका:भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले केसरी पगड़ी पहन अमृतसर पहुंचे; रूट में सबसे सेंसिटिव स्टेट
राहुल गांधी हरियाणा के अंबाला से निकलकर अमृतसर पहुंचे। यहां उन्होंने गोल्डन टेंपल में माथा टेका। केसरी पगड़ी पहने हुए राहुल गांधी के साथ पंजाब में कांग्रेस के विपक्षी दल नेता प्रताप सिंह बाजवा समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे