दर्पण न्यूज़ सर्विस
नई दिल्ली, 19 जनवरी: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को सरकार की तरफ से पहलवानों के मामले में मध्यस्थता कर रही कुश्ती खिलाड़ी एवं भाजपा नेता, बबीता फोगाट ने कहा, 72 घंटे के अंदर पहलवानों की समस्या का हल हो जाएगा। उनकी मांग पूरी होगी। इस बात पर पहलवानों ने कहा, वे तब तक प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे, जब तक बृजभूषण शरण सिंह को हटा नहीं दिया जाता। हरियाणा की फोगाट खाप, पहलवानों के समर्थन में उतर गई हैं। विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश में भी सर्वजातीय सर्वखाप पंचायतों से संपर्क किया जा रहा है। अगर बृजभूषण शरण सिंह को नहीं हटाया जाता, तो ये संगठन, दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंच सकते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक किसान नेता जो इन पहलवानों का समर्थन करने पहुंचे थे, उन्होंने कहा, सरकार को कार्रवाई में देरी नहीं करनी चाहिए। दिल्ली और उसके आसपास के कई राज्यों की खाप पंचायतें एवं अन्य समुदाय, जंतर मंतर पर आने से गुरेज नहीं करेंगे।
दूसरे राज्यों की खापें भी पहलवानों की लड़ाई में शामिल होंगी
फोगाट खाप के प्रधान बलवंत नंबरदार का कहना है कि पहलवानों ने देश का नाम रोशन किया है। अब उनके साथ कुश्ती संघ में ऐसी हरकत होना, सिर को शर्म से झुका देती है। केवल हरियाणा प्रदेश की सभी खापें ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों की खापें भी पहलवानों की लड़ाई में शामिल हो सकती हैं। दिल्ली के पालम 360 खाप पंचायत के प्रधान सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा, इस मामले में कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो सरकार उसे हटा दे। बिना कार्रवाई के ये मामला शांत नहीं होगा। हालांकि सरकार, बृजभूषण शरण सिंह को 72 घंटे में हटा देगी, ऐसी उम्मीद है।
सरकार हमारे पहलवानों को दिल्ली आने से रोक रही
हरियाणा और राजस्थान में भी इस मामले को लेकर कई समुदायों से संपर्क किया जा रहा है। वहां से भी बड़ी संख्या में लोग दिल्ली कूच कर सकते हैं। पहलवान, बजरंग पुनिया, सोमवीर और जोगेंद्र सिंह ने बताया, सरकार हमारे पहलवानों को दिल्ली आने से रोक रही है। संभव है कि दो दिन में केरल तक के खिलाड़ी दिल्ली पहुंच जाएं। शुक्रवार को कई दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों के दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। इस मामले में हरियाणा भाजपा को विचित्र स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश पहलवान हरियाणा के हैं और वे जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में भाजपा की राह मुश्किल हो सकती है। कांग्रेस पार्टी के सांसद दीपेंद्र हुड्डा इस मामले में पहलवानों के साथ आ गए हैं। प्रियंका गांधी ने भी पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया है।
सामने आने लगे हैं राजनीतिक दल
आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा करात और कई दूसरे नेता भी जंतर-मंतर पर पहुंचे हैं। विपक्षी दलों ने भी इस मामले में भाजपा पर निशाना साधा है। हरियाणा में भाजपा के साथ सरकार में शामिल जजपा ने इस मामले में कहा, खिलाड़ियों को न्याय मिले। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने ट्वीट में कहा, यह बेहद दुर्भाग्य और शर्म की बात है कि देश का गौरव हमारे खिलाड़ियों को आज सड़कों पर धरना देना पड़ रहा है। भारतीय कुश्ती महासंघ के अधिकारियों पर लगे आरोप गंभीर व चिंताजनक हैं। इनकी निष्पक्ष व पारदर्शी जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे सरकार।
भाजपा पर भरोसा कैसे करें पहलवान
हालांकि इस मामले में भाजपा नेता और पहलवान बबीता फोगाट मध्यस्थता कर रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि 72 घंटे में जैसा खिलाड़ी चाहते हैं, वैसा ही होगा। ये अलग बात है कि मात्र इस भरोसे पर पहलवान, अपना प्रदर्शन खत्म करने के लिए तैयार नहीं हुए। एक किसान नेता, जो जंतर-मंतर पर पहुंचे थे, उन्होंने बताया कि भाजपा नेता और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह का मामला जानबूझकर लटकाया जा रहा है। इसे ठाकुर और जाट राजनीति से जोड़ने का प्रयास हो रहा है।