दर्पण न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 19 जनवरीः हरियाणा में अब एक साल में 2 बार फ्लड कंट्रोल बोर्ड की बैठक हुआ करेगी। CM मनोहर लाल खट्टर ने बोर्ड की मीटिंग में यह फैसला लिया। पहली बैठक जनवरी और दूसरी मई में होगी। बोर्ड की बैठक के बाद सीएम ने बताया कि मई में जनवरी की मीटिंग में तय किए गए छोटी अवधि के प्रोजेक्ट कार्य, मिड और लांग टर्म प्रोजेक्ट का रिव्यू किया जाएगा।
फ्लड का दोगुना हुआ बजट
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार 100 करोड़ के लगभग 528 प्रोजेक्ट तय किए गए। पिछली बार के मुकाबले इस बार बजट दोगुना किया गया है। सीएम ने आबादी और कृषि क्षेत्र इलाके में जमा हो रहे पानी को ड्रेन आउट की बजाय रिचार्ज करने पर बोर्ड की मीटिंग में जोर दिया। उन्होंने कहा कि फ्लड वाली जमीन को लेकर हरियाणा सरकार किसानों के साथ है।
फ्लड बोर्ड की बैठक में सीएम मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला।
किसानों के लिए राहत भरा फैसला
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित को देखते हुए 50 एकड़ से ज्यादा पानी खड़े रहने वाली जमीन को सरकार लेने को तैयार है। ऐसी जमीनों पर सरकार परमानेंट तालाब या रिचार्ज वेल बनाने का का काम करेगी। उन्होंने कहा कि 2016 तक बाढ़ मुक्त करने का लक्ष्य,मध्य हरियाणा के 10 जिले जहां ज्यादा पानी जमा होता है उन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जल संरक्षण का बजट बढ़ाया
मुख्यमंत्री ने बताया कि जल संरक्षण और पानी रीयूज के लिए उसके लिए भी पिछली बार के 35 करोड़ के बजट को 167 करोड़ तक लेकर गए हैं। सीएम ने नई पेंशन स्कीम में केंद्र और प्रदेश सरकार का 14 फीसदी शेयर, जबकि 10 फीसदी कर्मचारियों का है। उन्होंने कहा कि 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने कहा था कि पुरानी पेंशन स्कीम से विकास के काम रुकेंगे।
3 माह में CM खुद करेंगे समीक्षा
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सीएम विंडों पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निपटारा समय-सीमा में करें ताकि लोगों को शीघ्र समाधान मिले। इसके साथ ही प्रत्येक 3 माह में मुख्यमंत्री स्वयं सीएम विंडों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।