दर्पण न्यूज़ सर्विस
नई दिल्ली, 20 जनवरी: दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों के दबाव में आखिरकार सरकार को झुकना पड़ गया है. सरकार ने एक्शन लेते हुए बृजभूषण शरण सिंह को महासंघ के दैनिक कामकाज से खुद को अलग करने का निर्देश दिया है. साथ ही मामले की जांच पूरी होने तक एक ओवरसाइट कमेटी बनाने का भी ऐलान किया है, जो इस अवधि में संस्था के दिन-प्रतिदिन से जुड़े मुद्दों पर फैसला लेगी. यह घोषणा शुक्रवार देर रात दिल्ली में पहलवानों के साथ हुई बैठक के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने की.
साढ़े 5 घंटे तक चली बैठक
दिल्ली में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के घर पर करीब साढ़े 5 घंटे चली बैठक में विनेश फोगाट, बबीता फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत कई खिलाड़ी शामिल हुए. बैठक में खिलाड़ियों ने उनसे खुलकर अपनी बात रखी, जिसे खेल मंत्री ने ध्यान से सुना. इस बैठक के बाद अनुराग ठाकुर ने प्रेस वार्ता करके मीटिंग के नतीजों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की जांच करवाने का फैसला लिया गया है. इस जांच को करने के लिए एक ओवरसाइट कमेटी का गठन किया जाएगा. इस कमेटी के सदस्यों के नामों की घोषणा शनिवार यानी आज कर दी जाएगी.
'4 हफ्ते में पूरी हो जाएगी जांच'
खेल मंत्री (Anurag Thakur) ने बताया कि कमेटी सदस्य 4 हफ्ते में अपनी जांच पूरी कर लेंगे. जब तक जांच चलेगी, तब तक बृजभूषण शरण सिंह संस्था के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करेंगे. यही कमेटी जांच के पूरी होने तक महासंघ से जुड़े दैनिक कामकाज भी देखेगी. खिलाड़ियों ने कुछ दूसरे मुद्दे भी उठाए थे, जिस पर भी काम करने का आश्वासन दिया गया है.
'खेल मंत्री ने हमारी बात सुनी'
खेल मंत्री की घोषणा पर खुशी जताते हुए पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, 'हमारी बात सुनी गई है. हमें पूरा विश्वास है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी. सभी खिलाडियों ने आवाज उठाई है. पानी सिर से ऊपर चला गया, तभी हमें आवाज उठाने को मजबूर होना पड़ा. ये हमारे लिए बहुत मुश्किल साल है. फिर भी हम अच्छे नतीजों के लिए आशान्वित हैं.' उन्होंने जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने को भी वापस लेने की घोषणा की.