दर्पण न्यूज़ सर्विस
नई दिल्ली, 26 जनवरी:74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर परेड का आयोजन किया गया। इस परेड में स्वदेशी सैन्य पराक्रम और नारी शक्ति की ताकत नजर आई। जमीन पर टैंक ने दहाड़ लगाई, वहीं आसमान में राफेल समेत 50 विमानों ने उड़ान भर सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया।
इसमें राफेल, मिग-29, एसयू-30, सुखोई-30 एमकेआई जगुआर, सी-130, सी-17, डोर्नियर, डकोटा, एलसीएच प्रचंड, अपाचे, सारंग और एईडब्ल्यूएंडसी जैसे पुराने और आधुनिक विमान/हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ के ऊपर, बाज, प्रचंड, तिरंगा, तंगैल, वजरंग, गरुड़, भीम, अमृत और त्रिशूल समेत कई रूपों में उड़कर आसमान में गर्जना की। राफेल लड़ाकू विमान द्वारा वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास किया गया।
परेड में ब्रह्मोस मिसाइल को भी शामिल किया गया। ब्रह्मोस मिसाइल हवा में ही रास्ता बदलने में सक्षम है। चलते-फिरते टारगेट को भी बर्बाद कर देता है। यह 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम हैं, यानी दुश्मन के राडार इसे देख ही नहीं पाएगा।
अर्जुन टैंक भारतीय सेना के पास साल 2004 से अब तक यह सर्विस दे रहा है। यह देश की सेना का मुख्य युद्धक टैंक है। देश में इन 120 मिलीमीटर बैरल वाले टैंकों की संख्या 141 है। अर्जुन टैंक के दोनों वैरिएंट से एक मिनट में 6 से 8 राउंड फायरिंग की जा सकती है। हर एक टैंक में 42 गोले रखे जा सकते हैं। इस घातक टैंक की रेंज 450 किलोमीटर है।
मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन, नाग मिसाइल सिस्टम (एनएएमआईएस), बीएमपी-2 एसएआरएटीएच का इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल, K-9 वज्र-ट्रैक्ड सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर गन, ब्रह्मोस मिसाइल, 10 मीटर शॉर्ट स्पैन ब्रिज, मोबाइल माइक्रोवेव नोड और मैकेनाइज्ड कॉलम में मोबाइल नेटवर्क सेंटर और आकाश (नई पीढ़ी के उपकरण) ने दिखाई सेना की ताकत।