सिटी दर्पण
नई दिल्ली, 29 सितंबर :
हरियाणा विधानसभा चुनावों के बीच ने बड़ा एक्शन लिया है। पार्टी ने अधिकृत प्रत्याशी के सामने चुनाव लड़ रहे आठ नेताओं को निष्कासित कर दिया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में ये नेता पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय उतरे हैं। चुनाव लड़ने वाले 8 नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है। सूची में पूर्व मंत्री रंजीत चौटाला और पूर्व विधायक देवेंद्र कादयान का नाम भी शामिल है।
रानिया से लड़ रहे चौटाला
ताऊ देवीलाल के पुत्र और पूर्व कैबिनेट मंत्री रानिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनाव में वह निर्दलीय जीते थे। इसके बाद उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया था। वह कैबिनेट मंत्री बने थे। हरियाणा में जब नेतृत्व परिवर्तन के बाद नायब सैनी सीएम बने थे तो भी रंजीत चौटाला सरकार में मंत्री रहे थे। लोकसभा चुनावों से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए थे और लोकसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन वह हार गए थे। विधानसभा चुनावों में रानिया से टिकट नहीं मिलने पर चौटाला बागी हो गए थे। पार्टी ने मुख्यमंत्री नायब सैनी की लाडवा सीट से निर्दलीय लड़ रहे संदीप गर्ग पर भी एक्शन लिया है।
नवीन गोयल हुए पार्टी से बाहर
पार्टी ने जिन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है। उनमें गुरुग्राम से चुनाव लड़ रहे नवीन गाेयल भी शामिल हैं। नवीन गोयल टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने गुरुग्राम में जैसे ही मुकेश शर्मा को टिकट देने का ऐलान किया है। वैसे ही गोयल ने बगावत कर दी थी। हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए पांच अक्तूबर को वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती आठ अक्तूबर को होगी। इसी दिन नतीजे भी आ जाएंगे। गुरुग्राम की सीट पर पिछले दो चुनावों से बीजेपी का कब्जा है। 2014 में उमेश अग्रवाल और 2019 में सुधीर सिंगला जीते थे। पार्टी ने इस भी नए चेहरे पर दांव खेला है।