उत्तर भारत में ठंड का असर अब तेज़ी से बढ़ने लगा है और कई राज्यों में सर्दी अपनी पूरी रफ्तार पकड़ रही है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। शीतलहर की स्थिति गहराती जा रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने लगा है। वहीं, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे पहुँच गया है, जिससे सुबह और देर शाम की ठंडक पहले ही दस्तक दे चुकी है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में तापमान में और कमी आ सकती है। पहाड़ी राज्यों के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी की स्थिति बनी हुई है और कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी शुरू भी हो गई है। इससे पर्वतीय मार्गों पर फिसलन बढ़ने की आशंका है, जबकि पर्यटक स्थलों पर भीड़ बढ़ने से स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर है। वहीं, कड़ाके की ठंड ने स्थानीय लोगों के दैनिक कार्यों पर भी असर डालना शुरू कर दिया है। मैदानी राज्यों में हालांकि अभी कोहरे की स्थिति उतनी विकराल नहीं हुई है, लेकिन मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर के मध्य से लेकर दिसंबर के आरंभ तक ठंड और शीतलहर दोनों की तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ेगी। उत्तर भारत के कई जिलों में सुबह और देर रात तापमान गिरकर 10 डिग्री से नीचे पहुँच सकता है। किसानों के लिए यह मौसम चुनौती भरा हो सकता है क्योंकि पाला पड़ने की संभावना बढ़ रही है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि किसान अपनी फसलों को पाले से बचाने के लिए सिंचाई और मल्चिंग जैसे उपाय समय से अपनाएँ। राजस्थान के शेखावाटी, जयपुर और जोधपुर संभाग में तापमान में अचानक गिरावट से ठिठुरन महसूस की जा रही है। हरियाणा और पंजाब में भी उत्तरी हवाओं का असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ ठंड ने मिलकर स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है, क्योंकि न्यूनतम तापमान में 2–3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी जिलों—दर्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार—में भी ठंडक बढ़ी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष शीतलहर सामान्य से अधिक दिनों तक बनी रह सकती है। वैश्विक जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के कारण मौसम के पैटर्न में लगातार बदलाव हो रहे हैं, और इसी के चलते उत्तर भारत में समय से पहले सर्दी का प्रकोप महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग ने नागरिकों को ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतने सलाह दी है।