उत्तर भारत में दिसंबर की शुरुआत के साथ ही शीतलहर ने लोगों की रफ्तार थाम दी है। 2 दिसंबर 2025 को तापमान में भारी गिरावट के बाद कई राज्यों में पारा सामान्य से काफी नीचे पहुंच गया। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल के मैदानी इलाकों में सुबह-शाम घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई। मौसम विभाग के अनुसार, बर्फीली हवाओं का यह दौर अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड का असर सबसे ज्यादा महसूस किया जा रहा है। न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के करीब पहुंच गया, जो इस समय के लिए सामान्य से 3-4 डिग्री कम है। सुबह के समय सड़कों पर धुंध की मोटी परत छाई रही, जिससे स्कूल और दफ्तर जाने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रेलवे ट्रैफिक पर भी इसका असर दिखा और कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
पंजाब और हरियाणा में भी मौसम ने करवट ली है। हरियाणा के कई जिलों—हिसार, भिवानी, करनाल और सिरसा—में तापमान में अचानक गिरावट दर्ज हुई। वहीं पंजाब के अमृतसर, गुरदासपुर और मोहाली में कोल्ड डे की स्थिति बनी रही। खेतों में काम करने वाले किसानों के लिए सुबह का समय बेहद कठिन हो गया है, हालांकि रबी फसल को इससे फिलहाल किसी बड़े नुकसान की आशंका नहीं है।
उत्तर प्रदेश में भी ठंड तेजी से बढ़ी है। लखनऊ, कानपुर और मेरठ में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। सरकारी अस्पतालों में श्वसन संबंधी समस्याओं और सर्दी-जुकाम के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। प्रशासन ने रात में अलाव की व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी ने ठंड को और तेज कर दिया है। मनाली, रोहतांग और किन्नौर की पहाड़ियों पर सीजन की पहली भारी बर्फबारी ने पर्यटकों की भीड़ बढ़ा दी है। हालांकि सड़क बंद होने और फिसलन के कारण यात्रा में जोखिम भी बढ़ा है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले 48 घंटों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-NCR में ठंड और बढ़ेगी। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से तापमान में और 1–2 डिग्री की गिरावट संभव है। लोगों को सुबह-शाम बाहर निकलते समय पर्याप्त सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।