नई दिल्ली। भारत और रूस के बीच व्यापार और लॉजिस्टिक्स को तेज करने के लिए हुए ऐतिहासिक समझौते के बाद अब भारतीय सामान पहले से कहीं तेज़ी से रूस पहुँच सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सहमति के तहत नई ट्रांसपोर्ट रूट के माध्यम से भारतीय वस्तुएँ अब 40 दिन की बजाय मात्र 24 दिन में रूस तक पहुँचेंगी। इस सुधार से लगभग 6,000 किलोमीटर की दूरी बचाई जा सकेगी, जिससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि व्यापारिक लागत में भी उल्लेखनीय कमी आएगी।
सूत्रों के अनुसार, यह नई लॉजिस्टिक रूट रेल और समुद्री मार्ग के संयोजन से तैयार की गई है। इसमें भारत से रूस तक माल की आवाजाही के लिए कुशल और तेज़ नेटवर्क तैयार किया गया है, जिससे फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी और माल सुरक्षित व समय पर पहुंचेगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे दोनों देशों के बीच व्यापार में स्थिरता आएगी और रसद (लॉजिस्टिक्स) से जुड़े जोखिम कम होंगे।
इस समझौते के तहत भारत और रूस ने 2030 तक 100 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य भी तय किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए दोनों देशों ने रणनीतिक निवेश और व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। विशेष रूप से कृषि उत्पादों, फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल और मशीनरी के क्षेत्र में तेजी से व्यापार बढ़ाने की योजना बनाई गई है।
वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि इस नई व्यवस्था से भारतीय निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा। माल के समय पर पहुँचने से ग्राहक की संतुष्टि बढ़ेगी और भारतीय कंपनियों को निर्यात बढ़ाने के अवसर मिलेंगे। वहीं रूसी कंपनियों के लिए भी भारतीय वस्त्र, कृषि उत्पाद और तकनीकी उपकरण आसानी से उपलब्ध होंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता भारत और रूस के आर्थिक रिश्तों को नई ऊँचाई पर ले जाएगा। इसके साथ ही यह भारत के “मेक इन इंडिया” और “विजन 2030 ट्रेड” लक्ष्यों को भी सशक्त करेगा। दोनों देशों ने आपसी भरोसे और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करते हुए इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में कहा कि यह कदम केवल व्यापार के लिए नहीं, बल्कि भारत और रूस के बीच आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का भी संकेत है। इसके माध्यम से दोनों देशों के कारोबारियों और नागरिकों को प्रत्यक्ष लाभ मिलने की संभावना है, जिससे लंबी अवधि में द्विपक्षीय संबंधों में स्थायित्व आएगा।