दर्पण न्यूज़ सर्विस
पंचकूला, 7 अगस्त: देश में बढ़ते सड़क दुर्घटनाओं के मामले में अंकुश लगाने के लिए भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया गया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा एनआईसी तथा आईआईटी मद्रास के सहयोग से एकत्रित सड़क दुर्घटना डाटा बेस (आईआरएडी) एक ऐप तैयार किया गया। जिस पर सभी सड़क हादसों को डाटा जुटाया जाएगा।जिला सूचना विज्ञान अधिकारी सतपाल शर्मा ने बताया कि आईआरएडी ऐप द्वारा पुलिसकर्मी सड़क दुर्घनाओं का विवरण मोबाईल व कम्पयूटर के माध्यम से दर्ज करेंगें।
उन्होनें बताया कि इससे हादसों के आंकड़े जुटाने में सत्यत्ता की पुष्टि हो सकेगी। इस आईआरएडी ऐप में विवरण भरने का कार्य पुलिस, परिवहन विभाग, राजमार्ग विभाग और स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि जिला सूचना विज्ञान अधिकारी के माध्यम इस ऐप को लागू करवाया जा रहा है तथा संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। पुलिस, परिवहन व राजमार्ग विभाग के अधिकारियों द्वारा इस ऐप पर कार्य किया जा रहा है।
138 सड़क दुर्घटना के मुकदमों का ब्यौरा दर्ज
उन्होंने बताया कि इस आईआरएडी ऐप को सुचारु रुप से चलाने हेतु राज्य सरकार द्वारा आशीष गुरु को डीआरएम नियुक्त किया गया है जो ऐप का प्रशिक्षण दे रहें है तथा ऐप में आ रही समस्याओं का निवारण करेगें। इस ऐप पर पुलिस विभाग द्वारा 138 सड़क दुर्घटना के मुकदमों का ब्यौरा दर्ज कर दिया गया है। आने वाले समय में यह ऐप पूर्ण रुप से सुचारु होगी। इस ऐप से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी तथा विभागों को अपने अपने क्षेत्र में हो रही सड़क दुर्घटनाओं का कारण व निवारण करने में मदद होगी।