चंडीगढ़, 7 अप्रैल – विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू), रोहतक में "एनीमिया मुक्त, पोषण युक्त कैंपस अभियान" की शुरुआत हुई। इस अभियान का उद्देश्य एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रभावी इलाज को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, पं. भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने एकजुट होकर इस राष्ट्रीय चुनौती के समाधान की प्रतिबद्धता जताई।
एमडीयू के इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ साइंसेज और छात्र कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय अभियान में 17 चिकित्सकीय टीमें लगभग 7500 छात्राओं, महिला शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रावास में रहने वाली महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच करेंगी। राधाकृष्णन सभागार में विद्यार्थियों को एनीमिया के लक्षण, कारण और उपचार के बारे में जागरूक किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्ष डॉ. शरणजीत कौर और पं. भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एच.के. अग्रवाल ने किया। एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि सीएमओ डॉ. रमेश चंद्र आर्य और IMA प्रेसिडेंट डॉ. आरती साहू विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
मुख्य अतिथि डॉ. शरणजीत कौर ने कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए महिलाओं का पोषण और जागरूकता अत्यंत जरूरी है। प्रो. अग्रवाल ने अभियान को सामाजिक स्वास्थ्य की दिशा में बड़ा कदम बताया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बताया कि इस एनीमिया मुक्त अभियान का पहला चरण एमडीयू समुदाय के लिए समर्पित है और आगे इसे राज्य स्तर पर विस्तारित किया जाएगा।