चंडीगढ़, 7 अप्रैल – हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अंतर्गत राज्य के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में कक्षा 9वीं और 10वीं में त्रि-भाषाई सूत्र लागू करने का निर्णय लिया है। इस नए शैक्षणिक ढांचे के तहत विद्यार्थी अब छह अनिवार्य विषयों और एक वैकल्पिक विषय सहित कुल सात विषयों का अध्ययन करेंगे।
बोर्ड अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवन कुमार ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षा 9वीं और सत्र 2026-27 से कक्षा 10वीं में यह त्रि-भाषाई व्यवस्था लागू की जाएगी। अब विद्यार्थियों को हिंदी और अंग्रेजी के साथ संस्कृत, उर्दू या पंजाबी में से किसी एक भाषा को तीसरी अनिवार्य भाषा के रूप में चुनना होगा।
उन्होंने बताया कि बोर्ड ने इस निर्णय की जानकारी सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आधिकारिक पत्र जारी कर दे दी है, ताकि समय रहते शिक्षण संस्थान आवश्यक शैक्षणिक और प्रशासनिक तैयारियां कर सकें। इस कदम का उद्देश्य बहुभाषीय शिक्षा को बढ़ावा देना और विद्यार्थियों को भाषाई विविधता से जोड़ना है।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा उत्तीर्णता मानदंडों में होने वाले संभावित परिवर्तनों की जानकारी समय रहते दे दी जाएगी। यह निर्णय हरियाणा शिक्षा प्रणाली में गुणात्मक सुधार और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।