चंडीगढ़, 17 मार्च – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम में एक अत्याधुनिक वातानुकूलित फूल मंडी और रेवाड़ी के मनेठी में एक उप-यार्ड की स्थापना की घोषणा की। इस पहल का उद्देश्य फूलों की खरीद-बिक्री को सुव्यवस्थित करना और किसानों को बेहतर बाजार सुविधा उपलब्ध कराना है।
बागवानी और कृषि उत्पादों के निर्यात को मिलेगा बढ़ावा
✅ हिसार एयरपोर्ट पर एयर कार्गो के लिए एक नया गोदाम बनाया जाएगा।
✅ बागवानी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 5 एकड़ भूमि प्रदान की जाएगी।
✅ विमानों की पार्किंग, मरम्मत और रखरखाव के लिए 4 एकड़ भूमि का आवंटन किया जाएगा।
गन्नौर में अंतरराष्ट्रीय फल एवं सब्जी मंडी का निर्माण कार्य तेज
- ₹2600 करोड़ की लागत से गन्नौर में अंतरराष्ट्रीय फल एवं सब्जी मंडी विकसित की जा रही है।
- पहले चरण में 400 दुकानों के लिए 5 शेड्स और बुनियादी सुविधाओं का निर्माण नवंबर तक पूरा किया जाएगा।
- यह मंडी किसानों को उन्नत भंडारण, सस्ती दरों पर सुविधाएँ और बेहतर दाम दिलाने में मदद करेगी।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से सीधा जुड़ाव होने से कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा।
राज्य में भंडारण क्षमता का विस्तार
✅ हरियाणा राज्य भंडारण निगम 2025-26 में 3 लाख मीट्रिक टन क्षमता के नए गोदाम बनाएगा।
✅ यमुनानगर में 1 लाख मीट्रिक टन क्षमता का आधुनिक सायलो (गोदाम) तैयार किया जाएगा।
✅ हैफेड भारत सरकार की पीईजी योजना के तहत 30 लाख मीट्रिक टन की नई भंडारण क्षमता विकसित करेगा।
तेल उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा
- جنوب हरियाणा में सहकारी क्षेत्र की सबसे बड़ी आधुनिक सरसों तेल मिल स्थापित होगी।
- कुरुक्षेत्र जिले में सूरजमुखी तेल मिल पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) मॉडल पर स्थापित की जाएगी।
मत्स्य पालन को मिलेगी नई दिशा
✅ सफेद झींगा उत्पादन की लागत कम करने के लिए सौर ऊर्जा अनुदान सीमा 10 किलोवाट से बढ़ाकर 30 किलोवाट की जाएगी।
✅ सिरसा और भिवानी में सफेद झींगा व मछली पालन के लिए एक-एक एकीकृत एक्वा पार्क एवं उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
दुग्ध उत्पादकों के लिए ‘मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना’
✅ 2025-26 के लिए ₹70 करोड़ की प्रोत्साहन राशि सहकारी दूध उत्पादकों को उनके भुगतान के साथ ही दी जाएगी।
✅ वर्तमान में हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ (वीटा) प्रतिदिन 4.75 लाख लीटर दूध खरीदता है।
✅ वित्त वर्ष 2025-26 में इसे 15% बढ़ाकर 5.45 लाख लीटर प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है।
✅ हर ब्लॉक में एक दूध संग्रह केंद्र और प्रत्येक जिले में एक शीतलन केंद्र विकसित किया जाएगा।
किसानों की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए नई पहल
✅ पैक्सों (सहकारी समितियों) के बकाया मामलों के समाधान के लिए एकमुश्त निपटान योजना लागू होगी।
हरित स्टोर योजना का विस्तार
- 2021-22 में शुरू की गई 'हरित-स्टोर' योजना के तहत अब तक 1250 स्टोर खोले जा चुके हैं।
- इनमें से 758 दुकानें मुद्रा ऋण योजना के तहत संचालित हो रही हैं।
- अब तक इस योजना से हरियाणा में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित हुआ है।
- वर्ष 2025-26 में अतिरिक्त 750 हरित स्टोर खोले जाएंगे।
वीटा दूध बूथ की संख्या में बढ़ोतरी
✅ हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ वर्तमान में 638 वीटा दूध बूथ संचालित कर रहा है।
✅ वर्ष 2025-26 में 350 नए वीटा दूध बूथ खोले जाएंगे।
प्रसंस्करण और पैकेजिंग सुविधाओं में सुधार
- हिसार में अमरूद के लिए एक आधुनिक प्रसंस्करण और पैकेजिंग प्लांट स्थापित किया जाएगा।
- सिरसा में किन्नू उत्पादकों के लिए हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन और हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ द्वारा एक जूस प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
हरियाणा सरकार कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन और डेयरी सेक्टर के विस्तार के लिए ठोस कदम उठा रही है। नई भंडारण सुविधाएँ, अंतरराष्ट्रीय मंडियों का विकास, मत्स्य पालन को बढ़ावा, तेल मिलों की स्थापना और दुग्ध उत्पादकों के लिए अनुदान योजनाएँ किसानों की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाने में मदद करेंगी।