चंडीगढ़, 17 मार्च – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आर्थिक रूप से कमजोर पशुपालकों के कल्याण और पशुधन के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं।
भेड़-बकरियों की नस्ल सुधार के लिए नई योजना
✅ हरियाणा में उपलब्ध नहीं होने वाली उच्च आनुवंशिक नस्लों (जैसे बीटल, सिरोही, मुंजल आदि) को पशुपालकों के लिए सुलभ बनाने हेतु एक नई योजना शुरू की जाएगी।
✅ इससे पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी और पशुधन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
देसी गाय खरीदने पर अनुदान में बढ़ोतरी
- अब देसी गाय खरीदने पर मिलने वाला अनुदान ₹25,000 से बढ़ाकर ₹30,000 कर दिया गया है।
- इस पहल से देसी नस्लों के संरक्षण और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
हिसार में सेक्स-सॉर्टेड सीमेन लैब की स्थापना
✅ राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के सहयोग से हिसार में वीर्य की लिंग-आधारित छंटाई के लिए एक आधुनिक प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी।
✅ इससे उन्नत प्रजनन तकनीक का उपयोग कर पशुधन सुधार में मदद मिलेगी।
गौशालाओं के विकास के लिए विशेष प्रावधान
✅ गौ-सेवा आयोग के तहत:
- 1000 से कम गायों वाली गौशालाओं को एक ई-रिक्शा दिया जाएगा।
- 1000 से अधिक गायों वाली गौशालाओं को दो ई-रिक्शा उपलब्ध कराए जाएंगे।
✅ पंजीकृत गौशालाओं की क्षमता बढ़ाने के लिए 51 शेड निर्माण हेतु ₹5 करोड़ का अनुदान दिया जाएगा।
✅ हर जिले में एक नया गौ-अभयारण्य बनाया जाएगा, जिससे बेसहारा गौवंश को संरक्षित किया जा सके।
पशुधन बीमा योजना का विस्तार
- अभी तक पशुपालकों को अधिकतम 5 पशुओं के बीमा का लाभ मिलता था।
- अब इस सीमा को बढ़ाकर 10 पशुओं तक कर दिया गया है।
पशु चिकित्सा सेवाओं का आधुनिकीकरण
✅ ₹60 करोड़ की लागत से सभी पशु चिकित्सा संस्थानों में उन्नत उपकरण लगाए जाएंगे, जिनमें:
- एक्स-रे मशीनें
- अल्ट्रासाउंड मशीनें
✅ पशुपालकों को ये चिकित्सा सुविधाएँ निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।
हरियाणा सरकार पशुपालकों की आय बढ़ाने, पशुधन की नस्ल सुधारने और गौ-रक्षा को मजबूत करने के लिए नई योजनाएँ लागू कर रही है। बढ़े हुए अनुदान और उन्नत सुविधाओं से राज्य में पशुपालन क्षेत्र को नई गति मिलेगी।