चंडीगढ़/जालंधर, 19 अप्रैल:
पंजाब सरकार की "युद्ध नशे के विरुद्ध" मुहिम के तहत जालंधर में एक और अहम सफलता मिली है। पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर के नेतृत्व में कमिश्नरेट पुलिस और नगर निगम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मॉडल हाउस इलाके में ड्रग तस्करों द्वारा कब्जाई गई सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
यह कार्रवाई थाना डिवीजन नंबर-5 के अंतर्गत मॉडल हाउस क्षेत्र में की गई, जहां सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर बनाई गई संपत्ति को जेसीबी मशीन से ढहा दिया गया। मौके पर नगर निगम अधिकारी, ड्यूटी मैजिस्ट्रेट और पुलिस बल की उपस्थिति में यह कार्रवाई पूरी की गई।
तीन आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज
पश्चिम क्षेत्र के एसीपी स्वर्णजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस जांच में पता चला कि इस अवैध निर्माण में रहने वाले तीन लोगों—लखबीर कौर उर्फ रेखा, उसका पति संदीप कुमार और रिश्तेदार सूरज—के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत तीन-तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एसीपी ने बताया कि मुख्य आरोपी रेखा फिलहाल कपूरथला जेल में बंद है, जबकि बाकी आरोपियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। पुलिस को शक है कि इस स्थान का इस्तेमाल नशे की अवैध तस्करी और नेटवर्क संचालन के लिए किया जा रहा था।
नशा मुक्त जालंधर की ओर एक और कदम
पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर की अगुवाई में शहर को नशा मुक्त बनाने की दिशा में यह कार्रवाई एक ठोस कदम माना जा रहा है। एसीपी स्वर्णजीत सिंह ने इस अवसर पर जालंधर के नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस अभियान का समर्थन करें और यदि उन्हें किसी प्रकार की नशा तस्करी की जानकारी हो तो उसे पंजाब सरकार द्वारा जारी व्हाट्सएप नंबर 9779-100-200 पर साझा करें।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी और किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
स्थानीय निवासियों ने की कार्रवाई की सराहना
मॉडल हाउस क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए इसे "साहसिक और समयोचित" बताया। स्थानीय निवासियों ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से न केवल क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल बनेगा बल्कि युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर लाने में भी मदद मिलेगी।
पंजाब सरकार का स्पष्ट संदेश: नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने ड्रग माफिया के खिलाफ "जीरो टॉलरेंस" की नीति को अपनाया है। जालंधर में हुई यह कार्रवाई इसी नीति का हिस्सा है, जिसके तहत अवैध संपत्तियों का ध्वस्तीकरण, नशा तस्करों की गिरफ्तारी, और सूचना तंत्र को मजबूत करने जैसे प्रयास लगातार जारी हैं।
इस कार्रवाई से साफ है कि पंजाब सरकार ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान को केवल कागज़ों तक सीमित नहीं रख रही, बल्कि जमीन पर प्रभावी कार्रवाई करके जालंधर जैसे संवेदनशील इलाकों में नशा तस्करों की जड़ें उखाड़ने में जुटी है। आम जनता की भागीदारी और सतर्कता से यह अभियान और अधिक प्रभावी हो सकता है।