चंडीगढ़, 19 अप्रैल
हरियाणा सरकार द्वारा चलाए जा रहे "हरियाणा उदय आउटरीच कार्यक्रम" की श्रृंखला में ड्रग-फ्री हरियाणा अभियान को गति देने के उद्देश्य से शनिवार को एक विशेष साइक्लोथॉन यात्रा का शुभारंभ किया गया। यमुनानगर के दामला पॉलिटेक्निक कॉलेज से इस यात्रा को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा का उद्देश्य है – हरियाणा को नशे की चपेट से मुक्त कर समाज को एक स्वस्थ दिशा देना।
लोटा और नमक बने प्रतीक, युवाओं ने लिया नशा छोड़ने का संकल्प
जैसे ही साइक्लोथॉन यात्रा यमुनानगर पहुंची, जिले भर में जोश और उत्साह का माहौल देखने को मिला। यात्रा के दौरान नागरिकों ने लोटे में नमक डालकर यह शपथ ली कि वे न केवल स्वयं नशे से दूर रहेंगे, बल्कि समाज को भी इस विनाशकारी प्रवृत्ति से बचाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। यह अनूठी पहल जन जागरूकता का प्रतीक बनी।
मंत्री श्याम सिंह राणा का आह्वान: “युवा बनें बदलाव के वाहक”
इस अवसर पर मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाया जाए, और इस लक्ष्य को साकार करने में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में आ जाएगा, तो हम राष्ट्र निर्माण की राह में पिछड़ जाएंगे। इसीलिए हर युवा को आगे आकर नशा मुक्त समाज की स्थापना करनी होगी।”
उन्होंने स्पष्ट कहा कि नशा एक सामाजिक अभिशाप है, जो व्यक्ति ही नहीं, पूरे परिवार और समुदाय को प्रभावित करता है। हरियाणा सरकार ने इस दिशा में व्यापक रणनीति बनाई है, जिसमें जन भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है।
“ड्रग-फ्री हरियाणा यात्रा” बनी जन आंदोलन की मिसाल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के संदेश के साथ शुरू की गई यह यात्रा केवल एक प्रतीकात्मक पहल नहीं, बल्कि एक सशक्त जन आंदोलन बन चुकी है। यह यात्रा हर जिले में जनजागरण, शपथ समारोहों और सांस्कृतिक अभियानों के माध्यम से युवाओं को जोड़ रही है। मंत्री राणा ने कहा कि हर घर से एक सदस्य भी आगे आए, तो हरियाणा को पूरी तरह नशामुक्त बनाया जा सकता है।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार की नीति ‘जन सहयोग से जन सरोकार’ पर आधारित है, और ड्रग फ्री हरियाणा मिशन उसी की एक मिसाल है।