अमेरिका और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच ओमान की मध्यस्थता से हुआ संघर्षविराम लाल सागर में अमेरिकी जहाजों पर हमलों को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, हूती प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुस्सलाम ने स्पष्ट किया है कि यह समझौता इज़राइल पर हमलों को नहीं रोकता है।
समझौते की शर्तें और इज़राइल पर प्रभाव
इस समझौते के तहत, अमेरिका ने हूती ठिकानों पर हवाई हमले रोकने पर सहमति जताई है, जबकि हूती विद्रोहियों ने अमेरिकी जहाजों पर हमले बंद करने का वादा किया है। हालांकि, हूती प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि इज़राइल और उससे जुड़े जहाजों पर हमले जारी रहेंगे।
इज़राइल पर हालिया हमले
4 मई 2025 को, हूती विद्रोहियों ने इज़राइल के मुख्य हवाई अड्डे, बेन गुरियन एयरपोर्ट, पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया, जिसमें आठ लोग घायल हुए और हवाई यातायात बाधित हुआ।
क्षेत्रीय तनाव और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन रफ राइडर' के तहत, मार्च से मई 2025 तक यमन में हूती ठिकानों पर व्यापक हवाई और नौसैनिक हमले किए गए, जिनमें सैकड़ों हूती लड़ाके मारे गए।
हालांकि अमेरिका और हूती विद्रोहियों के बीच हुआ समझौता लाल सागर में तनाव कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इज़राइल पर हमलों की निरंतरता क्षेत्रीय अस्थिरता को बनाए रखती है। यह स्थिति दर्शाती है कि जब तक गाज़ा में संघर्ष समाप्त नहीं होता, तब तक हूती विद्रोहियों के इज़राइल के खिलाफ हमले जारी रहेंगे।