मास्को:
रूस के सबसे अहम सैन्य गौरव दिवस 'विक्ट्री डे' से ठीक पहले यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को को निशाना बनाते हुए 19 ड्रोन से बड़ा हमला किया। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब रूस 9 मई को द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर जीत की वर्षगांठ मनाने की तैयारी कर रहा था। यूक्रेनी हमले ने न केवल रूस की राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नाराज़गी भी सामने आई है।
ड्रोन हमले से राजधानी में अफरा-तफरी
रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सोमवार देर रात मॉस्को और आसपास के क्षेत्रों में यूक्रेनी ड्रोन की ताबड़तोड़ घुसपैठ को रोका गया। कुल 19 ड्रोन में से अधिकांश को एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा मार गिराया गया, जबकि कुछ ड्रोन रिहायशी इलाकों में गिरे, जिससे हल्का नुकसान हुआ। हालांकि, किसी के हताहत होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुतिन ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
हमले के तुरंत बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई और यूक्रेन को 'सीमा पार आतंकवाद' का दोषी ठहराया। उन्होंने कहा, "यह हमला विक्ट्री डे की भावना को कमजोर करने का प्रयास है। हम इसका जवाब कड़ा और निर्णायक देंगे।"
यूक्रेन ने दी रणनीतिक चेतावनी
हालांकि, यूक्रेन ने इस हमले की सीधी जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन सैन्य सूत्रों के अनुसार, यह रूस के भीतर जवाबी हमलों की एक नई रणनीति का हिस्सा है। यूक्रेनी अधिकारियों का मानना है कि रूस को अब उसके ही जमीन पर असुरक्षा महसूस होनी चाहिए।
विक्ट्री डे पर छाया युद्ध का साया
यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब रूस विक्ट्री डे के सार्वजनिक जश्न की तैयारी में था। मॉस्को में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और परेड की योजना में भी बदलाव की संभावना जताई जा रही है।