मुंबई उपनगरीय रेल नेटवर्क एक बार फिर दर्दनाक हादसे का गवाह बना। ठाणे रेलवे स्टेशन के पास सोमवार सुबह दो अलग-अलग लोकल ट्रेनों से गिरने की घटनाओं में चार यात्रियों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल ठाणे सिविल अस्पताल और आसपास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह हादसा सुबह कार्यालय समय के दौरान हुआ जब ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ थी। बताया जा रहा है कि कई यात्री दरवाजों पर लटके हुए यात्रा कर रहे थे, उसी दौरान ट्रेन के झटकों और स्पीड के चलते वे अपना संतुलन खो बैठे और नीचे गिर गए। एक घटना कर्जत फास्ट लोकल की थी जबकि दूसरी कसारा फास्ट लोकल की। दोनों हादसे कुछ ही मिनटों के अंतराल पर हुए।
मृतकों की पहचान और हालत
चार मृतकों की पहचान कर ली गई है। वे सभी दिहाड़ी मजदूर और कार्यालय जाने वाले नियमित यात्री थे। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में चल रहा है।
क्या कहती है रेलवे पुलिस?
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और GRP ने घटनास्थलों पर जांच शुरू कर दी है। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि दुर्घटना के सटीक कारणों की पुष्टि की जा सके। अधिकारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की बात कही है। वहीं यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठते सवालों पर रेलवे प्रशासन ने उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
भीड़भाड़ बनी जानलेवा
मुंबई लोकल को "शहर की जीवनरेखा" कहा जाता है, लेकिन अत्यधिक भीड़ और सीमित संसाधनों के कारण आए दिन ऐसे हादसे सामने आते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कोच की संख्या बढ़ाना, अधिक फ्रीक्वेंसी और प्लेटफार्म पर जागरूकता अभियान जैसी पहलें इन घटनाओं को कम कर सकती हैं।