गोवा के भीषण अग्निकांड में 25 लोगों की मौत के बाद मामले की जांच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। हादसे से जुड़ी सबसे अहम कड़ी माने जा रहे लूथरा बंधुओं को भारत लाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। दोनों भाई फिलहाल थाईलैंड में पकड़े गए हैं और भारतीय एजेंसियों ने उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है ताकि इस भयावह घटना की जिम्मेदारी तय की जा सके।
अधिकारियों के अनुसार, गोवा में हुए इस अग्निकांड ने न केवल सरकारी तंत्र की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए, बल्कि अवैध निर्माणों, सुरक्षा मानकों के उल्लंघन और लापरवाही की भयावह तस्वीर भी उजागर कर दी। घटना वाली इमारत में फायर सेफ्टी के नियमों का पालन नहीं किया गया था, जिसके कारण आग तेजी से फैली और लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। मरने वालों में कई युवा शामिल थे, जो छुट्टियां मनाने गोवा पहुंचे थे।
लूथरा बंधुओं पर आरोप है कि जिस इमारत में यह हादसा हुआ, उसके निर्माण और संचालन में उन्होंने कई तरह की अनियमितताएं कीं। जांच एजेंसियों का दावा है कि दोनों भाइयों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी करते हुए इमारत को व्यावसायिक उपयोग के लिए तैयार किया था। आग लगने के बाद से दोनों फरार थे, जिसके चलते इंटरपोल की मदद से उन्हें थाईलैंड में हिरासत में लिया गया। अब भारत उन्हें यहां लाकर पूछताछ करने और कानूनी कार्रवाई शुरू करने की तैयारी में है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और गोवा पुलिस के बीच लगातार समन्वय चल रहा है। प्रत्यर्पण के औपचारिक दस्तावेज थाईलैंड सरकार को भेज दिए गए हैं और उम्मीद है कि जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इस कदम को पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की दिशा में बड़ी राहत माना जा रहा है, जो लंबे समय से इस घटना के जिम्मेदारों को सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं।
अग्निकांड की जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। न सिर्फ सुरक्षा उपकरणों की कमी पाई गई, बल्कि यह भी सामने आया कि आपातकालीन निकास मार्ग या तो बंद थे या उनका रख-रखाव नहीं किया गया था। प्रशासन ने अब गोवा में सभी होटल, कसीनो, गेस्ट हाउस और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा जांच शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
गोवा का यह हादसा देश के उन सभी राज्यों के लिए चेतावनी है जहां पर्यटन और मनोरंजन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। सुरक्षा नियमों की अनदेखी का परिणाम कितना भयावह हो सकता है, यह घटना उसकी कठोर याद दिलाती है। अब सबकी नजर इस पर है कि लूथरा बंधुओं की गिरफ्तारी के बाद मामला किस दिशा में आगे बढ़ता है।