भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र में 24 दिसंबर 2025 को एक अहम विकास देखने को मिला है। केंद्र सरकार ने देश के आसमान में तीन नई एयरलाइंस—शंख एयर, अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस (FlyExpress)—को परिचालन की मंजूरी दे दी है। इस फैसले को घरेलू विमानन बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और यात्रियों को अधिक विकल्प उपलब्ध कराने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, इन तीनों एयरलाइंस को आवश्यक सुरक्षा और तकनीकी मानकों की समीक्षा के बाद सशर्त स्वीकृति दी गई है। अब ये कंपनियां एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) से जुड़ी अंतिम प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद चरणबद्ध तरीके से उड़ान सेवाएं शुरू कर सकेंगी। माना जा रहा है कि वर्ष 2026 की शुरुआत से इन एयरलाइंस की कमर्शियल उड़ानें शुरू हो सकती हैं।
शंख एयर को एक पूर्ण-सेवा (फुल सर्विस) एयरलाइन के रूप में पेश किया जा रहा है, जिसका फोकस प्रमुख मेट्रो शहरों के साथ-साथ धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने पर रहेगा। कंपनी का दावा है कि वह बेहतर इन-फ्लाइट सुविधाओं और समयबद्ध सेवाओं के जरिए प्रीमियम यात्रियों को आकर्षित करेगी। वहीं, अल हिंद एयर को अंतरराष्ट्रीय संपर्क और खाड़ी देशों के लिए भविष्य की रणनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है, हालांकि शुरुआती चरण में इसका नेटवर्क घरेलू रूट्स तक सीमित रहेगा।
दूसरी ओर, फ्लाईएक्सप्रेस (FlyExpress) को एक लो-कॉस्ट कैरियर के तौर पर उतारा जा रहा है। इसका लक्ष्य टियर-2 और टियर-3 शहरों को किफायती हवाई यात्रा से जोड़ना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह एयरलाइन उन यात्रियों के लिए राहत बन सकती है, जो बढ़ते हवाई किरायों से परेशान हैं।
वर्तमान में भारत का विमानन क्षेत्र तेजी से विस्तार के दौर से गुजर रहा है। यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और सरकार की उड़ान (UDAN) योजना ने छोटे शहरों में हवाई संपर्क को बढ़ावा दिया है। ऐसे में नई एयरलाइंस की एंट्री से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि किरायों में प्रतिस्पर्धात्मक संतुलन भी देखने को मिल सकता है।
हालांकि, चुनौतियां भी कम नहीं हैं। एविएशन फ्यूल की ऊंची कीमतें, इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव और परिचालन लागत जैसे मुद्दे नई एयरलाइंस के सामने बड़ी परीक्षा होंगे। बावजूद इसके, विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि ये कंपनियां सही रणनीति और वित्तीय अनुशासन के साथ आगे बढ़ती हैं, तो भारतीय आसमान में इनकी मौजूदगी यात्रियों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है।