देशभर में गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत के कई राज्यों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर पहुंच चुका है। दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में गर्म हवाओं और लू के थपेड़ों ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। वहीं, उत्तराखंड के चमोली जिले में हो रही लगातार भारी बारिश ने एक और संकट खड़ा कर दिया है।
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में और वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर और श्रीगंगानगर में पारा 44 डिग्री को पार कर गया है। दिल्ली-एनसीआर में दिन चढ़ने के साथ ही गर्मी असहनीय होती जा रही है। तेज़ धूप, शुष्क हवाएं और उच्च तापमान के चलते स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दोपहर के समय बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी है।
उधर, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। विशेष रूप से चमोली जिले में मूसलधार बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन की आशंका जताई जा रही है। इससे सड़क मार्ग बाधित होने और स्थानीय निवासियों को असुविधा का सामना करने की संभावना है। राहत एवं बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार गर्मी सामान्य से अधिक तीव्र हो सकती है और मॉनसून आने तक राहत की उम्मीद कम है। अत्यधिक गर्मी और बारिश की यह दोहरी मार देश के अलग-अलग हिस्सों में जनजीवन को कठिनाई में डाल रही है।
लू और गर्मी से बचाव के लिए:
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पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
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धूप में बाहर निकलने से बचें
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हल्के और ढीले कपड़े पहनें
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बच्चों और बुजुर्गों को विशेष देखभाल की आवश्यकता है
देश के कई हिस्सों में मौसम का यह बदला मिजाज न केवल चिंता का विषय है, बल्कि इससे कृषि और जनजीवन पर भी दूरगामी असर पड़ सकता है।