चंडीगढ़/खरड़ (एस.ए.एस. नगर), 16 अप्रैल
पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने आज खरड़ अनाज मंडी का दौरा करते हुए कहा कि राज्य में इस वर्ष गेहूं की बंपर पैदावार हुई है, जिससे केंद्रीय पूल के लिए निर्धारित 124 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य सहजता से पूरा कर लिया जाएगा।
4.16 लाख मीट्रिक टन गेहूं पहुंचा मंडियों में, 151 करोड़ का भुगतान
मंत्री कटारूचक्क ने जानकारी दी कि अब तक राज्य की विभिन्न मंडियों में 4.16 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक दर्ज की गई है, जिसमें से 3.22 लाख मीट्रिक टन की खरीद पहले ही पूरी की जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि किसानों के खातों में अब तक लगभग ₹151 करोड़ का सीधा भुगतान किया जा चुका है।
24 घंटे में भुगतान और लिफ्टिंग प्रक्रिया में तेजी
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के अनुसार किसानों को उनकी उपज का भुगतान 24 घंटे के भीतर किया जा रहा है और लिफ्टिंग की प्रक्रिया में भी कोई कोताही नहीं बरती जा रही। उन्होंने आश्वस्त किया कि अब तक मंडियों में किसी प्रकार की कोई समस्या सामने नहीं आई है।
अच्छी गुणवत्ता वाला गेहूं और पर्याप्त भंडारण व्यवस्था
मंत्री ने कहा कि इस बार मौसम ने भी अनुकूलता दिखाई है, जिससे गेहूं की गुणवत्ता बेहतरीन बनी हुई है। उन्होंने बताया कि सभी संबंधित एजेंसियों और आढ़तियों को अनाज को सुरक्षित रखने हेतु तरपाल और क्रेट जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, बारदाने की भी कोई कमी नहीं है।
31 लाख मीट्रिक टन भंडारण क्षमता में विस्तार
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार भंडारण क्षमता को बढ़ाते हुए 31 लाख मीट्रिक टन तक विस्तार कर रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार केंद्र सरकार द्वारा 15 लाख मीट्रिक टन गेहूं सीधे तौर पर उठाया जाएगा, जिससे भंडारण के दबाव में भी राहत मिलेगी।
मंडियों की निगरानी खुद कर रहे मंत्री
कटारूचक्क ने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए वे स्वयं मंडियों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि खरीद कार्यों में कोई लापरवाही न हो और हर किसान को सुविधा के साथ अपनी उपज बेचने का मौका मिले।
स्थानीय प्रशासन और किसानों की उपस्थिति
इस मौके पर एसडीएम खरड़ गुरमंदर सिंह, जिला खाद्य और आपूर्ति नियंत्रक डॉ. नवरीत, विभिन्न खरीद एजेंसियों के जिला प्रतिनिधि, स्थानीय आढ़ती और किसान भी उपस्थित रहे। सभी ने मंडी में की जा रही व्यवस्थाओं की सराहना की।