चंडीगढ़/मंडी गोबिंदगढ़, 6 मई -
पंजाब सरकार द्वारा राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में शुरू की गई नशे के खिलाफ मुहिम के तहत फतेहगढ़ साहिब जिले में नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है।
इसी अभियान के तहत आज जिला पुलिस और प्रशासन ने जिला पुलिस प्रमुख शुभम अग्रवाल की देखरेख में मंडी गोबिंदगढ़ की मास्टर कॉलोनी में दो महिला नशा तस्करों द्वारा बनाए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई से नशे के अवैध कारोबार में शामिल लोगों को यह स्पष्ट संदेश मिला है कि पंजाब सरकार इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और नशा तस्करों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई की समीक्षा करते हुए विधायक गुरिंदर सिंह गैरी बडि़ंग ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य को रंगला पंजाब बनाने का जो लक्ष्य रखा गया है, वह अब साकार हो रहा है। उन्होंने बताया कि नशे के खिलाफ यह मुहिम जमीनी स्तर पर लागू की जा रही है, और इससे पहले भी अमलोह विधानसभा क्षेत्र में नशा तस्करों द्वारा अवैध रूप से बनाई गई संपत्तियों को ध्वस्त किया गया था।
इस मौके पर एसएसपी शुभम अग्रवाल ने एसपी राकेश कुमार यादव और भारी पुलिस बल के साथ कहा कि पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकल्प लिया है, जिसे जिले में सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने महिला नशा तस्कर सानिया और उसकी सास सुरिंदर कौर द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को तोड़ने के लिए अभियान चलाया। इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखते हुए बुलडोजर से अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया।
उन्होंने बताया कि इन महिलाओं के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी और अन्य धाराओं में मामले दर्ज हैं, और वे नाभा जेल में बंद हैं। अब तक "युद्ध नशों विरुद्ध" अभियान के तहत फतेहगढ़ साहिब जिले में 150 से अधिक पुलिस मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 250 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी ने यह भी बताया कि पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत पुलिस, प्रशासन, आम जनता और मीडिया द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ इस मुहिम के अब तक सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि अगर किसी के पास नशा तस्करों के बारे में कोई सूचना हो, तो वे इसे राज्य हेल्पलाइन नंबर या जिला पुलिस हेल्पलाइन पर दे सकते हैं, जिसे पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
शुभम अग्रवाल ने यह भी बताया कि इस अभियान के तहत अब तक 50 से अधिक लोगों को नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराकर उन्हें इलाज उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा और नशे के तस्करों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।