शिक्षा क्रांति की शुरुआत के साथ पंजाब ने राष्ट्रीय सर्वेक्षण में प्राप्त किया सर्वोच्च स्थान - अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री मान को दी बधाई
नशे को जड़ से खत्म करना, बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना और युवाओं को रोजगार व कारोबार के अवसर प्रदान करना, आम आदमी पार्टी सरकार की तीन प्रमुख प्राथमिकताएं
नशे की बुराई के खात्मे के लिए निर्णायक जंग की सफलता पर मुख्यमंत्री की सराहना
संगरूर, 6 जुलाई: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज पंजाब में शिक्षा क्रांति के नए युग की शुरुआत के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार को बधाई देते हुए कहा कि इन प्रयासों के चलते भारत सरकार द्वारा कराए गए ‘नेशनल अचीवमेंट सर्वे’ (राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण) में पंजाब ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है।
नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एन ए एस) में पंजाब की शानदार उपलब्धि के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब की शिक्षा के क्षेत्र में इस ऐतिहासिक दिन का हिस्सा बनना उनके लिए बहुत गर्व और संतोष की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के प्रयासों के चलते राज्य ने ‘नेशनल अचीवमेंट सर्वे 2024’ में देश में सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह पंजाबवासियों के लिए अत्यंत गर्व की बात है कि राज्य ने पूरे देश में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसे वास्तविक क्रांति कहा जा सकता है क्योंकि पिछली सरकारों के दौरान शानदार उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद उपेक्षित रहने वाले शिक्षक आज मुख्यमंत्री के साथ सीधा संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के लिए सकारात्मक माहौल बनाया है और शिक्षकों ने इस माहौल का लाभ उठाते हुए हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अथक प्रयास किए हैं, जिससे विद्यार्थियों को भी इसका भरपूर लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने सरकारी शिक्षकों का शोषण किया था, जिसके कारण पढ़ाई पर बुरा असर पड़ा था, लेकिन अब बड़ा बदलाव आया है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एन ए एस एक बड़ी उपलब्धि है लेकिन यह उनकी सरकार का अंतिम लक्ष्य नहीं है। उनकी सरकार हर नागरिक की भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जब आम जनता यह प्रमाण देगी कि पंजाब सरकार ने शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में क्रांति ला दी है, तभी यह असली मान्यता होगी। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त पंजाब, युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उनके लिए रोजगार/कारोबार सुनिश्चित करना राज्य सरकार की तीन प्रमुख प्राथमिकताएं हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही नशे के खिलाफ जंग को जन आंदोलन में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को भी यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि विद्यार्थियों को नशे के खतरों से दूर रखें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नशे के कहर को समाप्त करने के लिए सराहनीय कार्य कर रही है और नशे के विरुद्ध यह जंग देश भर में बेमिसाल है। केजरीवाल ने कहा कि आज लोग मुख्यमंत्री मान की प्रशंसा कर रहे हैं क्योंकि राज्य सरकार द्वारा सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नशे के पैसों से बनाई गई संपत्तियों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है। जो लोग पीढिय़ों का भविष्य बर्बाद कर रहे थे, उन्हें अब उनके पापों की सजा मिल रही है। उन नेताओं को जेल भेजा जा रहा है जिन्होंने नशे के कारोबार को संरक्षण दिया था। केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकार आम आदमी को राहत देने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में हम पंजाब के लोगों को दी गई गारंटियों को तेजी से पूरा करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने सिर्फ स्कूल नहीं बनाए, हमने भविष्य बनाया है। शिक्षा विभाग के शिक्षकों, प्रिंसिपलों और स्टाफ का विशेष धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी कड़ी मेहनत, लगन और प्रतिबद्धता ने इस उपलब्धि को संभव बनाया है। केजरीवाल ने कहा कि एन ए एस -2024 में पंजाब की यह उपलब्धि इतिहास के पन्नों में दर्ज की जाएगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सर्वेक्षण भारत सरकार द्वारा किया गया था, पंजाब सरकार द्वारा नहीं।
उन्होंने बताया कि यह राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण एनसीईआरटी द्वारा दिसंबर 2024 में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग से किया गया था, जिसमें देश भर के हजारों विद्यार्थी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, अधिक शिक्षकों की भर्ती करने और शैक्षणिक संस्थानों को अधिकतम सहायता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। इस वर्ष सरकारी स्कूलों के 845 विद्यार्थियों ने नीट के लिए योग्यता प्राप्त की है और 265 विद्यार्थियों ने जे ई ई मेंस परीक्षा पास की है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए पंजाब के शिक्षकों और प्रिंसिपलों को फिनलैंड, अहमदाबाद और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमारे बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूल ऑफ एमिनेंस की स्थापना कर रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है कि विद्यार्थियों को सरकारी स्कूलों में उत्कृष्ट शिक्षा मिले।
उन्होंने कहा कि बिजनेस ब्लास्टर्स स्कीम शानदार सफलता की ओर बढ़ रही है और वह दिन दूर नहीं जब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को इसका बहुत लाभ होगा।
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मुख्यमंत्री द्वारा हर क्षेत्र में पंजाब को नंबर एक बनाने का संकल्प
राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों के चलते राष्ट्रीय सर्वेक्षण में पंजाब ने प्रथम स्थान प्राप्त किया
बच्चों को समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराएं - मुख्यमंत्री की शिक्षकों से अपील
सरकारी स्कूलों के 24 लाख विद्यार्थियों का भविष्य अब सुरक्षित हाथों में - मनीष सिसोदिया
राज्य के शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव के लिए पंजाब सरकार की सराहना
संगरूर, 6 जुलाई: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज जनहित और विकासोन्मुखी नीतियों के माध्यम से पंजाब को हर क्षेत्र में नंबर एक राज्य बनाने का संकल्प लिया।
नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एन ए एस) में पंजाब के बेहतरीन प्रदर्शन के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के कठोर प्रयासों के कारण आज पंजाब इस सर्वेक्षण में प्रथम स्थान पर है, जबकि वर्ष 2017 में पंजाब 29वें स्थान पर था। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता होते हैं और उन्होंने पंजाब को नंबर एक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के चलते पंजाब आज हर क्षेत्र में शानदार उपलब्धियां हासिल कर रहा है, चाहे वह शिक्षा हो या कोई अन्य क्षेत्र।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि वे छात्रों को पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराएं क्योंकि यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह समय की जरूरत है कि विद्यार्थी अपनी जड़ों से जुड़े रहें और जीवन में ऊंचाइयों को छुएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दे रही है ताकि वे आत्मनिर्भर, स्वाभिमानी और समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी और इसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के संयुक्त प्रयासों के कारण आज शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसे क्षेत्र देश की राजनीति के केंद्र में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी राजनीतिक पार्टी ने इन मुख्य क्षेत्रों की चिंता नहीं की थी, जबकि ये आम आदमी के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का हर कदम आम आदमी की भलाई के लिए है और इस नेक कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी भी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि बड़े नेताओं के बच्चे मंहगे कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ते थे, इसलिए वे कभी सरकारी स्कूलों की ओर नहीं देख पाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सरकारी स्कूल केवल मिड-डे मील के वितरण केंद्र बने हुए थे।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को स्कूल स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उनकी तकदीर बदलने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में शिक्षा क्रांति की शुरुआत की है, जिसने सामाजिक-आर्थिक दीवारों को तोड़ते हुए विद्यार्थियों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, क्योंकि विद्यार्थियों की भलाई से बढक़र कुछ भी नहीं।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि पंजाब का शिक्षा क्षेत्र अब महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, जिसके चलते सरकारी स्कूलों के परिणाम और अधिक बेहतर होंगे और इससे सरकार के प्रयासों को और अधिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही है और पंजाब निश्चित रूप से देश भर में रोल मॉडल के रूप में उभरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि शिक्षकों की सेवाएं किसी अन्य कार्य के बजाय केवल शिक्षा के उद्देश्य के लिए ही ली जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नये बदलाव के तहत सरकारी स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग्स (पी टी एम) करवाई जा रही हैं। पहले यह प्रथा केवल निजी स्कूलों में ही थी, लेकिन अब सरकारी स्कूलों में भी इसे अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह विद्यार्थियों की भलाई के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई शिक्षा के सर्वोत्तम अभ्यासों में से एक है क्योंकि इससे अभिभावक और शिक्षक विद्यार्थियों के हित में बेहतर संवाद स्थापित कर पाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब में शिक्षा क्रांति का युग शुरू कर दिया है और इसे मजबूत करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि युवाओं को अब तक 54,000 से अधिक नौकरियां दी जा चुकी हैं और ये सभी नौकरियां पूरी योग्यता के आधार पर बिना किसी भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद के दी गई हैं। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं को पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदारी का अवसर मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का हर निर्णय जनता की भलाई और प्रदेश की तरक्की के लिए लिया जा रहा है।
इससे पहले अपने संबोधन में वरिष्ठ आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश में शिक्षा माफिया के राज में सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक सपना ही बनकर रह गई थी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के समय शिक्षा का क्षेत्र इसलिए पिछड़ गया क्योंकि उन सरकारों ने अफसरशाही और नेताओं द्वारा संचालित निजी स्कूलों को बढ़ावा दिया था। मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज पंजाब ने यह शानदार मुकाम हासिल कर एक चमत्कारी काम किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के स्कूल अब सफलता की नई कहानी लिख रहे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज सरकारी स्कूलों के 24 लाख विद्यार्थियों का भविष्य सुरक्षित हाथों में है और राज्य में शिक्षा क्रांति की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह संभव इसलिए हो सका है क्योंकि शिक्षकों, प्रिंसिपलों और अन्य स्टाफ ने राज्य सरकार की नीतियों के अनुसार कड़ी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है, जिसके लिए सभी सहयोगी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि यह तो केवल शुरुआत है क्योंकि पंजाब शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, अमन अरोड़ा, हरजोत सिंह बैंस और बरिंदर गोयल समेत कई अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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युद्ध नशों विरुद्ध’ के 127वें दिन पंजाब पुलिस द्वारा 143 नशा तस्कर गिरफ़्तार; 3. 5 किलो हेरोइन और 1.5 किलो अफ़ीम बरामद
नशा छुड़ाने सम्बन्धी यत्नों के हिस्से के तौर पर पंजाब पुलिस ने 57 व्यक्तियों को नशा छोडऩे का इलाज लेने के लिए राज़ी किया
चंडीगढ़, 6 जुलाई: राज्य में से नशों के मुकम्मल ख़ात्मे के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर शुरु किये गए ‘‘युद्ध नशों विरुद्ध’’ के 127वें दिन पंजाब पुलिस ने आज 143 नशा तस्करों को गिरफ़्तार करके उनके कब्ज़े में से 3.5 किलो हेरोइन, 1.5 किलो अफ़ीम और 54,750 रुपए की ड्रग मनी बरामद की है। इससे सिर्फ़ 127 दिनों के अंदर गिरफ़्तार किये गए कुल नशा तस्करों की संख्या 20,784 हो गई है।
यह आपरेशन डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 जिलों में एक ही समय चलाया गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और एस. एस. पीज़ को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के हुक्म दिए हैं। पंजाब सरकार द्वारा नशों के विरुद्ध जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व अधीन 5 सदस्यीय कैबिनेट सब कमेटी भी बनाई गई है।
आपरेशन के विवरण देते हुये स्पैशल डीजीपी कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि 79 गज़टिड अधिकारियों की निगरानी अधीन 1200 से अधिक पुलिस कर्मचारियों के सम्मिलन वाली 180 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में 411 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके चलते राज्य भर में 105 ऐफआईआरज़ दर्ज की गई। उन्होंने आगे कहा कि दिन भर चले इस आपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 442 शक्की व्यक्तियों की जांच भी की।
स्पैशल डीजीपी ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य में से नशों के ख़ात्मे के लिए तीन-आयामी रणनीति - इनफोरसमैंट, डी-एडिकशन और प्रीवैंशन (ईडीपी) - लागू की गई है और पंजाब पुलिस ने इस रणनीति के हिस्से के तौर पर 57 व्यक्तियों को नशा छोडऩे और पुनर्वास का इलाज लेने के लिए राज़ी किया है।
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पंजाब विधानसभा का सत्र 10 जुलाई से
चंडीगढ़, 6 जुलाई: पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष स कुलतार सिंह संधवा ने पंजाब विधानसभा का सत्र, जिसे 5 मई 2025 को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था, 10 जुलाई 2025, गुरुवार को प्रात: 11:00 बजे पंजाब विधानसभा हॉल, विधानसभा भवन, चंडीगढ़ में बुलाया है।
यह सत्र पंजाब विधानसभा में कार्य प्रणाली और कारोबार संचालन नियमों के नियम 16 की उपबंध (2) के तहत बुलाया गया है।
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मुख्य मंत्री मान और अरविंद केजरीवाल की ओर से तरन तारन के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के निधन पर शोक व्यक्त
दिवंगत नेता के भोग और अंतिम अरदास में की शिरकत
डॉ. सोहल केवल राजनेता नहीं थे, बल्कि हमेशा लोक कल्याण के लिए समर्पित रहने वाले समाजसेवी थे - अरविंद केजरीवाल
मुख्य मंत्री ने डॉ. सोहल के निधन को व्यक्तिगत रूप से बड़ी क्षति बताया
तरन तारन, 6 जुलाई - पंजाब के मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान और 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज तरन तारन से विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के दुखद और असमय निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे पार्टी और राज्य के लिए बड़ी क्षति बताया।
दिवंगत विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के भोग और अंतिम अरदास के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने उन्हें एक प्रमुख समाजसेवी बताया, जो हमेशा आम लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहते थे। उन्होंने कहा कि भले ही दिवंगत विधायक डॉ. सोहल एक गंभीर बीमारी से पीडि़त थे, फिर भी उन्होंने मिशनरी भावना के साथ लोगों की सेवा की, जिसके कारण वे बहुत लोकप्रिय थे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वे पार्टी के एक वफादार सिपाही थे, जो जनता की सेवा करने की अपनी विचारधारा के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्ध थे। उन्होंने कहा कि पार्टी इस संकट की घड़ी में दिवंगत नेता के परिवार के साथ खड़ी है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डॉ. सोहल के निधन से पार्टी ने एक अच्छा इंसान और अनुभवी राजनेता खो दिया, जो स्वच्छ और मूल्यों पर आधारित राजनीति में विश्वास रखते थे। उन्होंने डॉ. सोहल को एक ईमानदार राजनेता, समर्पित समाजसेवी और पार्टी का अनुशासित सिपाही बताया, जिन्होंने हमेशा राज्य के समग्र विकास, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्र और इसके लोगों के कल्याण को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डॉ. सोहल द्वारा एक डॉक्टर और विधायक के रूप में राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिए दी गई शानदार सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।
अंतिम अरदास के अवसर पर मुख्य मंत्री मान के साथ 'आप' नेता मनीष सिसोदिया भी उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि दिवंगत विधायक एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक संस्था थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के कमजोर वर्गों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि डॉ. सोहल का निधन उनके जीवन की सबसे दुखद घटनाओं में से एक है, क्योंकि विधायक उनके बहुत करीबी थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विधायक का असमय निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसने अपने ऐसे ऊर्जावान नेता को खो दिया, जो आम लोगों में बहुत लोकप्रिय था।
मुख्य मंत्री ने कहा कि डॉ. सोहल की लोकप्रियता का अंदाजा आज उनकी अंतिम अरदास में समाज के हर वर्ग की उपस्थिति से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दिवंगत डॉ. सोहल पूरे क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध थे। मुख्य मंत्री ने कहा कि अब उनका व्यक्तिगत कर्तव्य है कि वे दिवंगत नेता के सभी सपनों को साकार करें। तरन तारन विधानसभा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे डॉ. सोहल द्वारा शुरू किए गए कार्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुख्य मंत्री ने कहा कि भले ही हम इस दुखद घटना को अकाल पुरख की इच्छा मानकर स्वीकार करते हैं, लेकिन वास्तव में इस दर्द और दुख को सहन करना बहुत कष्टदायक है। उन्होंने कहा कि दिवंगत डॉ. सोहल के निधन से ऐसी रिक्तता पैदा हुई है, जिसे भरना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि दिवंगत विधायक एक प्रिय नेता थे, जो स्वच्छ और मूल्यों पर आधारित राजनीति में विश्वास रखते थे। दुखी परिवार के सदस्यों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए भगवंत सिंह मान ने अकाल पुरख से प्रार्थना की कि वे दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और संकट की इस घड़ी में परिवार के सदस्यों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
परिवार के साथ दुख साझा करने पहुंची हजारों की संख्या में संगत में पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां, कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर, हरभजन सिंह ईटीओ और महिंदर भगत, वरिष्ठ 'आप' नेता मनीष सिसोदिया, पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रौड़ी और अन्य हस्तियां शामिल थी।
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