चंडीगढ़, 6 मई —
चुनाव प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, समावेशी और सशक्त बनाने के उद्देश्य से चुनाव आयोग ने आज से राष्ट्रीय और प्रांतीय राजनीतिक दलों के साथ प्रत्यक्ष संवाद की एक नई पहल की शुरुआत की है। पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि यह कदम आयोग की उस दीर्घकालिक सोच का हिस्सा है, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों की भागीदारी और सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने पर बल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से यह मांग उठती रही है कि राजनीतिक दलों के शीर्ष नेता चुनाव आयोग के साथ सीधे संवाद करें और अपने सुझावों व चिंताओं को सीधे तौर पर साझा करें। इस दिशा में अब आयोग ने ठोस पहल की है, जिसके तहत राजनीतिक दलों के साथ नियमित विचार-विमर्श का सिलसिला आरंभ हो चुका है।
सिबिन सी ने स्पष्ट किया कि यह संवाद प्रक्रिया मौजूदा कानूनी प्रावधानों और निर्वाचन व्यवस्था के तहत ही संचालित की जा रही है, जिसका उद्देश्य सभी हितधारकों के साथ मिलकर एक पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाना है।
अब तक आयोग की ओर से राजनीतिक दलों के साथ 4,719 बैठकों का आयोजन किया जा चुका है। इनमें मुख्य चुनाव अधिकारियों द्वारा 40, जिला चुनाव अधिकारियों द्वारा 800 और निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारियों (ई.आर.ओ.) द्वारा 3,879 बैठकें शामिल हैं। इन विचार-विमर्श बैठकों में देशभर से विभिन्न राजनीतिक दलों के 28,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हो चुके हैं।