राजस्थान के भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे कई इलाकों में एक बार फिर ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बीती रात जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों में बिजली आपूर्ति को एहतियातन कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया। सुरक्षा बलों को सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों, विशेषकर ड्रोन मूवमेंट की आशंका के चलते हाई अलर्ट पर रखा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से सीमाई क्षेत्रों में रात्रि के समय ड्रोन जैसी वस्तुओं की आवाजाही देखी जा रही है। हाल ही में पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर भी इसी प्रकार की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें ड्रोन के ज़रिए मादक पदार्थ, हथियार और नकदी भेजने की कोशिशें पकड़ी गई हैं। इन घटनाओं की पुनरावृत्ति की आशंका को देखते हुए राजस्थान पुलिस और बीएसएफ ने मिलकर एरिया सर्विलांस और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी को और मजबूत किया है।
प्रशासन ने ब्लैकआउट को पूरी तरह एहतियाती कदम बताया है, जिससे अगर किसी संदिग्ध ड्रोन की गतिविधि होती है तो उसे बेहतर ढंग से ट्रैक किया जा सके। बिजली बंद होने से दुश्मन को इलाके की स्थिति का अंदाजा लगाने में मुश्किल होती है और सुरक्षाबलों को थर्मल और नाइट विज़न तकनीक से गश्त करने में सहूलियत होती है।
स्थानीय नागरिकों को भी सतर्क किया गया है। गांवों के सरपंचों और पंचायत स्तर पर लोगों को अनजान वस्तु या गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस या बीएसएफ को सूचना देने की अपील की गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी नियमित फ्लैग मार्च शुरू कर दिया है।
राजस्थान के सीमाई जिलों में इस प्रकार के ब्लैकआउट पहले भी लागू किए गए हैं, खासकर जब भी सीमा पार से किसी प्रकार के खतरे की संभावना होती है। अब सुरक्षा एजेंसियां हर संदेह को गंभीरता से ले रही हैं और हाई-टेक निगरानी से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।