भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान अगले 24 घंटों में तेज़ी से तटीय राज्यों की ओर बढ़ेगा। इस चक्रवात का असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह सहित कई तटीय इलाकों में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने इन इलाकों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना जताई है।
तूफान की स्थिति और दिशा
IMD के अनुसार, यह चक्रवाती प्रणाली फिलहाल बंगाल की खाड़ी के मध्य क्षेत्र में सक्रिय है और उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रही है। इसके अगले 12 से 18 घंटों में गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में हवाओं की गति 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है।
मछुआरों को चेतावनी और प्रशासन की तैयारी
मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी है। समुद्र में ऊँची लहरें उठने की आशंका के चलते तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन ने राहत दलों को सक्रिय कर दिया है और संवेदनशील क्षेत्रों में एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें तैनात की गई हैं। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने के आदेश दिए गए हैं, जबकि निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
कृषि और बिजली आपूर्ति पर असर की आशंका
तेज़ हवाओं और बारिश से बिजली आपूर्ति, फसलों और ग्रामीण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी तैयार फसल को सुरक्षित स्थानों पर रख लें।
अगले 24 घंटे बेहद अहम
IMD ने कहा है कि अगले 24 घंटे निर्णायक रहेंगे। चक्रवात की दिशा और तीव्रता पर लगातार नजर रखी जा रही है। केंद्रीय और राज्य सरकारें संयुक्त रूप से राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रही हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।