रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर भयावह मोड़ पर पहुंच गया है। रविवार सुबह रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आसपास के इलाकों पर इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइलों से बड़ा हमला किया, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए हैं। इस हमले में कीव का ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर और रेलवे नेटवर्क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे पूरे शहर की बिजली आपूर्ति और परिवहन व्यवस्था ठप पड़ गई है।
हमले की तीव्रता और नुकसान
यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रूसी सेना ने शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक लगातार छह इस्कंदर मिसाइलें दागीं, जिनमें से चार कीव और दो पूर्वी यूक्रेन के औद्योगिक शहर डनिप्रो की ओर भेजी गईं। मिसाइलों ने बिजली संयंत्रों, रेलवे स्टेशनों और ईंधन डिपो को निशाना बनाया। कीव में कई इलाकों में बिजली और इंटरनेट सेवा पूरी तरह ठप है। आपातकालीन टीमें मलबा हटाने और घायलों को निकालने में जुटी हुई हैं।
यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि कीव के ओबोलोन और पोडिल्स्की जिलों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। कई इमारतें आंशिक रूप से ढह गईं जबकि सैकड़ों घरों की खिड़कियाँ और दरवाजे उड़ गए।
रूसी बयान और यूक्रेनी प्रतिक्रिया
रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि यह हमला “यूक्रेन की सैन्य क्षमता को कमजोर करने और हथियार आपूर्ति मार्गों को बाधित करने” के उद्देश्य से किया गया था। वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस पर “आतंक फैलाने और नागरिक ढांचे को निशाना बनाने” का आरोप लगाया है। ज़ेलेंस्की ने कहा, “रूस का यह हमला हमारे हौसले को नहीं तोड़ सकता। हम अपने हर नागरिक और हर शहर की रक्षा करेंगे।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और चिंता
अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। व्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए कहा कि रूस का यह कदम “युद्ध अपराध” की श्रेणी में आता है, क्योंकि उसने जानबूझकर नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया। नाटो (NATO) ने भी चेतावनी दी है कि रूस की यह आक्रामक रणनीति यूरोप की स्थिरता को गंभीर खतरा पहुँचा रही है।
ऊर्जा संकट गहराया
कीव में बिजली ग्रिड के ठप होने से अस्पतालों और मेट्रो सेवाओं पर सबसे अधिक असर पड़ा है। हजारों घर अंधेरे में डूब गए हैं, जबकि तापमान में गिरावट के चलते लोगों को ठंड से भी जूझना पड़ रहा है। ऊर्जा मंत्री जर्मन गालुशेंको ने बताया कि टीमों को युद्धस्तर पर बहाली कार्य में लगाया गया है, लेकिन पूर्ण मरम्मत में कई दिन लग सकते हैं।
स्थिति तनावपूर्ण
यूक्रेनी सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए रूसी सीमा पर स्थित बेलगोरोद क्षेत्र में ड्रोन हमले किए हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला आने वाले हफ्तों में दोनों देशों के बीच संघर्ष को और तेज कर सकता है।