Saturday, May 18, 2024
BREAKING
लोकसभा चुनावों को लेकर मोदी की इस क्षेत्र की पहली रैली अंबाला में आज कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह; सुरक्षा के सख्त इंतजाम गाजा में भीषण लड़ाई जारी, पीछे हटने को तैयार नहीं इजरायल Haryana : एक्सप्रेसवे पर श्रद्धालुओं से भरी चलती बस में लगी आग, आठ लोग जिंदा जले; दो दर्जन से अधिक झुलसे अरविंद केजरीवाल के PA ने स्वाति मालीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई देश का सबसे गर्म शहर! 47 डिग्री पहुंचा पारा दैनिक राशिफल 19 मई, 2024 आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा की प्रेस वार्ता पंचकूला जोन की उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच की कार्यवाही 20 और 27 मई को यूएचबीवीएन के मुख्यालय सेक्टर-14, पंचकूला में की जाएगी राजनीतिक पार्टियां अपने उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड करें सार्वजनिक- मुख्य निर्वाचन अधिकारी एसीबी की टीम ने बिजली निगम सोनीपत में कार्यरत जेई को ₹20000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

लेख

रूसी शासन की निशानियां मिटा रहा यूक्रेन:नागरिकों ने देश में बने सोवियत काल के 60 स्मारक तोड़े, इसमें रेड आर्मी कमांडर की मूर्ति शामिल

December 17, 2023 07:13 AM

दर्पण न्यूज़ सर्विस

24 फरवरी 2022 को शुरू हुई रूस-यूक्रेन जंग को दो साल पूरे होने वाले हैं। दोनों देशों के बीच इतनी ज्यादा दूरियां पैदा हो गई हैं कि यूक्रेनी नागरिक अब रूस से जुड़ी ऐतिहासिक चीजों को भी अपने देश में नहीं रखना चाहते हैं। इस वजह से शनिवार को राजधानी कीव में मौजूद रूसी सेना (रेड आर्मी) के कमांडर की मूर्ति को तोड़ा दिया।

न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, जंग शुरू होने के बाद से यूक्रेन में रूस के इतिहास और संस्कृति से जुड़े 60 स्मारकों को तोड़ा गया है। शनिवार को रूसी कमांडर मायकोला शॉकर्स की मूर्ति तोड़ी गई। क्रैन से इसे हटाया गया। इसे 1950 के दशक में बनाया गया था।

1917 में मायकोला शॉकर्स यूक्रेनी थे। लेकिन उन्होंने सोवियत आर्मी के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई लड़ी था।
1917 में मायकोला शॉकर्स यूक्रेनी थे। लेकिन उन्होंने सोवियत आर्मी के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई लड़ी था।
मूर्ति के नीचे एग्जिक्यूशनर यानी जल्लाद लिखा हुआ था।
मूर्ति के नीचे एग्जिक्यूशनर यानी जल्लाद लिखा हुआ था।

मदर यूक्रेन की मूर्ति से हटाया गया सोवियत काल का प्रतीक
मदर यूक्रेन कीव में सोवियत काल की एक स्मारकीय प्रतिमा है। यह मूर्ति यूक्रेन के इतिहास के राष्ट्रीय संग्रहालय का एक हिस्सा है। टाइटेनियम की यह मूर्ति 62 मीटर (203 फीट) ऊंची है। इसका वजन 560 टन है।

मूर्ति के दाहिने हाथ में 16 मीटर (52 फीट) लंबी तलवार है, जिसका वजन 9 टन है। बाएं हाथ में एक ढाल है। इस पर सोवियत संघ का प्रतीक- हथौड़ा और दरांती (hammer and sickle) बना हुआ था। जुलाई 2023 में इस प्रतीक को ढाल से हटा दिया गया और उसकी जगह यूक्रेन कोट ऑफ आर्म लगा दिया गया।

मदर यूक्रेन एक निडर महिला योद्धा की छवि है। इस महिला के हाथ में तलवार और ढाल है।
मदर यूक्रेन एक निडर महिला योद्धा की छवि है। इस महिला के हाथ में तलवार और ढाल है।
मदर यूक्रेन की मूर्ति से सोवियत संघ का प्रतीक हटाकर यहां ढाल पर बने त्रिशुल जैसा दिखने वाल यूक्रेन कोट ऑफ आर्म लगा दिया गया।
मदर यूक्रेन की मूर्ति से सोवियत संघ का प्रतीक हटाकर यहां ढाल पर बने त्रिशुल जैसा दिखने वाल यूक्रेन कोट ऑफ आर्म लगा दिया गया।

जंग में मिटी दोस्ती की निशानी
पिछले साल राजधानी कीव में मौजूद रूस और यूक्रेन की दोस्ती के प्रतीक सोवियत स्मारक को तोड़ दिया गया था। भले ही आज ये दोनों देश सबसे बड़े दुश्मन नजर आ रहे हों, लेकिन एक वक्त ऐसा था, जब इन्होंने मिलकर 45 साल अमेरिकी डिप्लोमैसी का सामना किया था।

45 साल चले कोल्ड वॉर में रूस और यूक्रेन ने राजनीतिक, सैन्य और सांस्कृतिक तौर पर कई महत्वपूर्ण साझेदारी की। सोवियत स्मारक इसी दोस्ती का प्रतीक था।

पीपल्स फ्रेंडशिप आर्क को सोवियत संघ की 60वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 1982 में बनाया था।
पीपल्स फ्रेंडशिप आर्क को सोवियत संघ की 60वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 1982 में बनाया था।
स्मारक को जब तोड़ा गया था तब लोगों का कहना था कि रूस यूक्रेन का सबसे बड़ा दुश्मन है।
स्मारक को जब तोड़ा गया था तब लोगों का कहना था कि रूस यूक्रेन का सबसे बड़ा दुश्मन है।

Have something to say? Post your comment

और लेख समाचार

जमीन के धधकते 'पाताल' से बाहर लौटा वैज्ञानिक, जो बताया वह जानकर दंग रह जाएंगे

जमीन के धधकते 'पाताल' से बाहर लौटा वैज्ञानिक, जो बताया वह जानकर दंग रह जाएंगे

सूरत डायमंड बोर्स का आज इनॉगरेशन करेंगे मोदी:ये दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस कॉम्प्लेक्स, डायमंड मैन्युफैक्चरिंग और ट्रेडिंग का वन-स्टॉप हब

सूरत डायमंड बोर्स का आज इनॉगरेशन करेंगे मोदी:ये दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस कॉम्प्लेक्स, डायमंड मैन्युफैक्चरिंग और ट्रेडिंग का वन-स्टॉप हब

जब दुनिया के सबसे छोटे कद के शख्स से मिला विश्व का सबसे लंबा आदमी, कमाल का था नज़ारा

जब दुनिया के सबसे छोटे कद के शख्स से मिला विश्व का सबसे लंबा आदमी, कमाल का था नज़ारा

जब सऊदी प्रिंस ने अपने 80 बाजों के लिए बुक कर ली थी फ्लाइट, पक्षियों के लिए बनवाया था पासपोर्ट

जब सऊदी प्रिंस ने अपने 80 बाजों के लिए बुक कर ली थी फ्लाइट, पक्षियों के लिए बनवाया था पासपोर्ट

चीन में भीषण ट्रेन हादसा, भारी बर्फबारी के कारण टकराईं दो मेट्रो; 515 लोग घायल

चीन में भीषण ट्रेन हादसा, भारी बर्फबारी के कारण टकराईं दो मेट्रो; 515 लोग घायल

देश में निरंतर बढ़ती असमानता के लिए देश के नेता, कर्मचारी और हम सब लोग बराबर के जिम्मेदार : डॉ. दलेर सिंह मुल्तानी, सिविल सर्जन (सेवानिवृत्त)

देश में निरंतर बढ़ती असमानता के लिए देश के नेता, कर्मचारी और हम सब लोग बराबर के जिम्मेदार : डॉ. दलेर सिंह मुल्तानी, सिविल सर्जन (सेवानिवृत्त)

आओ अपने आयुर्वेद को जानें -4 : डॉ. राजीव कपिला

आओ अपने आयुर्वेद को जानें -4 : डॉ. राजीव कपिला

संघीय भारत के समक्ष बढ़ती चुनौतियाँ : सुभाष गोयल, समाज सेवक एवं एम.डी.वर्धान आर्युवेदिक आर्गेनाइजेशन

संघीय भारत के समक्ष बढ़ती चुनौतियाँ : सुभाष गोयल, समाज सेवक एवं एम.डी.वर्धान आर्युवेदिक आर्गेनाइजेशन

गरीब कौन ? : डॉ. दलेर सिंह मुल्तानी, सिविल सर्जन (सेवानिवृत्त)

गरीब कौन ? : डॉ. दलेर सिंह मुल्तानी, सिविल सर्जन (सेवानिवृत्त)

आओ अपने आयुर्वेद को जानें -3: डॉ. राजीव कपिला

आओ अपने आयुर्वेद को जानें -3: डॉ. राजीव कपिला